कोलकाता । पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी व सीमा अपराधों को रोके जाने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियान व सख्ती की वजह से तस्कर बौखला गए है।
हताशा में तस्कर आए दिन अब बीएसएफ को बदनाम व हतोत्साहित करने के लिए तरह-तरह की साजिश रच रहे हैं। बंगाल के सीमावर्ती मुर्शिदाबाद जिले में एक ऐसे ही मामला सामने आया हैं जब तस्करों ने झूठे व मनगढ़ंत आरोप लगा कर बीएसएफ के खिलाफ ग्रामीणों को भड़का कर बीएसएफ के कम्पनी कमांडर की जिप्सी पर हमला करवा दिया ।
सैकड़ों की संख्या में जुटी ग्रामीणों की भीड़ द्वारा लाठियों और इंटों से किए गए हमले में बीएसएफ के वाहन को भारी नुकसान पहुंचा है। साथ ही वाहन ड्राइवर और कम्पनी कमांडर को भी शारीरिक नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की गई थी ।
यह घटना गुरुवार की है। बीएसएफ की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि 03 जून की सुबह 141वीं वाहिनी बीएसएफ के जवान मुर्शिदाबाद जिले में किसान दैनिक खेती कार्य के लिए तारबंदी से आगे जाते है।
जिनका रजिस्टर ड्यूटी पॉइंट पर खड़े बीएसएफ के जवान द्वारा भरा जाता है। बुधवार को भी जवान हर किसान की जानकारी रजिस्टर में लिखकर उन्हें तारबंदी से आगे भेज रहा था। लेकिन कुछ किसान अचानक से गुस्सा कर वापस चले गए।उनका कहना था कि रजिस्टर में नाम दर्ज करने में ज्यादा समय लग रहा है।
किसान खेतों में अपने साथ काम करने के लिये मजदूरों को ले जाना चाहते थे, बी एस एफ के जवान मजदूरों का पहचान पत्र चैक करने के बाद ही खेतों में भेजने की कारवाई कर रहे थे, जिसे किसानों ने पसंद नहीँ किया ।
इस बात का पता चलने पर कंपनी कमांडर मौके पर पहुंचा ।तो रास्ते में तस्करो ने गांव के किसानों को भड़काकर रास्ते में ही बीएसएफ की जिप्सी पर हमला कर दिया और जिप्सी को क्षतिग्रस्त कर दिय । खबर लगते ही यूनिट कमांडेंट नरेन्द्र सिंह रौतेला ने बॉर्डर पर जाकर सीमा चौकी चरभद्रा में जॉइंट बीडीओ, ओसी जलांगी ग्राम प्रधान व पंचायत मेंबर के साथ मीटिंग की। पूरे प्रकरण छान बीन करने के लिए मामले की एफआईआर पुलिस स्टेशन जालगी( Jalangi) में दर्ज कराई गई है।