मुख्यमंत्री को ग्रामीणों ने बनाया बंधक, विधायक को पड़ा भागना

Dr. CHETAN THATHERA
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नई दिल्ली/ किसी भी सरकार पार्टी और मंत्री से ऊपर जनता और मतदाता होते हैं अगर जनता और मतदाता ठान ले तो कोई भी सरकार हो और कितना ही बड़ा पावरफुल मंत्री हो या मुख्यमंत्री हो जनता जनार्दन के आगे वह फेल हो ही जाते हैं।

और ऐसी ही ताजा घटना कल घटित हुई जब हरियाणा के मुख्यमंत्री को जनता ने बंधक बना लिया और विधायक को वहां से भागने ट्रेडिंग मजबूर कर दिया ।

घटना हरियाणा के दोगंडा गांव की है । मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने जन संवाद कार्यक्रम और रात्रि चौपाल के तहत महेंद्रगढ़ गांव पहुंचे थे जहां कल उन्होंने जनसंवाद के आखिरी दिन ग्रामीणों और जनता से जनसंवाद किया यह जनसंवाद का अंतिम कार्यक्रम सीमहा गांव में था ।

जहां जनसंवाद कार्यक्रम के बाद ग्रामीणों की मांग पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री खट्टर ने सीमहा को उप तहसील का दर्जा देने की घोषणा कर दी । इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री खट्टर दोगड़ा गांव में जनसंवाद कार्यक्रम और रात्री विश्राम के लिए पहुंचे।

ग्रामीणों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री गांव को कुछ देंगे अर्थात गांव के लिए कुछ अच्छी योजना की घोषणा या उप तहसील की घोषणा करेंगे । जब गांव वालों को यह पता चला कि मुख्यमंत्री ने पडोस वाले गांव सीमहा को उप तहसील का दर्जा दे दिया है तो ग्रामीण आक्रोशित और नाराज हो गए और उन्होंने मुख्यमंत्री के स्वागत का बहिष्कार कर दिया और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की मुख्यमंत्री को यहा रात्रि विश्राम करना था।

रात्रि विश्राम के दौरान ग्रामीण महिलाएं युवा सब जहां मुख्यमंत्री खट्टर रात्रि विश्राम कर रहे थे वहां पहुंच गए और जमकर नारेबाजी मुख्यमंत्री के खिलाफ करने लगे इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने ।

तब अटेली विधानसभा के विधायक सीताराम वहां पहुंचे और ग्रामीणों से बात करने लगे लेकिन गांव वालों ने विधायक को भी खरी-खोटी सुनाई और उनके खिलाफ भी नारेबाजी करने लगे यह समाचार सुनकर हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा भी वहां पहुंचे और लोगों को समझाने लगे तो लोगों ने शर्मा के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की । ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक को वहां से भागने पर मजबूर कर दिया ।

हालात तनावपूर्ण होने पर पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया रात भर लोग वहीं डटे रहे और मुख्यमंत्री को बंधक बना कर रख दिया मामले को बढ़ता देख कर मुख्यमंत्री खट्टर ने ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें स्थिति का पता नहीं था।

और उन्होंने अपनी घोषणा में बदलाव करते हुए कहा कि अगला दौरा अटेली मंडी विधानसभा का होगा तब इसमें सर्वे करवाकर उचित स्थान को व तहसील बनाया जाएगा इस आश्वासन के बाद ग्रामीण शांति दे और अपने अपने घरों को लौट गए।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम