मुंबई/ धर्म निरपेक्ष और लोकतांत्रिक व्यवस्था वाले भारत मे अब सार्वजनिक तौर पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चेतावनी पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज होने लग गया है यह कैसा लोकतांत्रिक व्यवस्था ? जी हां ऐसा ही कुछ हुआ है महाराष्ट्र मे जहां प्रदेश के सीएम उद्वव ठाकरे के निवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चेतावनी पर सासंद और उनके विधायक पति पर राष्ट्रद्रोह व साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाडने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया ।
महाराष्ट्र मे मजिस्दो पर से 3 मई तक लाउडस्पीकर हटाने की मनसे के प्रमुख राज ठाकरे द्वारा दी गई चेतावनी के बाद प्रदेश सरकार मे खलबली मची हुई है वही इसी कडी मे अमरावती संसदीय सीट से सासंद श्रीमती नवनीत राणा और अमरावती विधानसभा सीट से ही निर्दलीय विधायक उनके पति रवि राणा ने 23 अप्रैल को सीएम उद्वव ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर समर्थकओ सहित हनुमान चालीसा पाठ का ऐलान किया था।
इस ऐलान पर सरकार मे खलबली मच गई और सरकारषने सासंद श्रीमती राणा व विधायक टति रवि राणा के खिलाफ धारा 124-A ( राष्ट्रद्रोह) व धारा 506 तथा 353 के तहत मामला दर्ज कर दोनो की गिरफ्तार कर लिया और कल शाम कोर्ट मे पेश कर रिमांड मांगा ।
लेकिन कोर्ट ने रिमांड देने से इःकार करते हुए राणा दंपत्ति को 14 दिन जेल भेजने के आदेश दिए । जेल भेजने के आदेश टर पुलिस ने श्रीमती राणा को भायखला जेल और रवि राणा को तलोजा जेल भेजा है । दोनो की जमानत याचिका पर 29 अप्रैल को सुनवाई होगी ।
महाराष्ट्र सरकार के इस कदम और निर्णय को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है और खुसर-फुसर है की जब सार्वजनिक तौर पर नमाज व अन्य कार्यक्रम हो फकते है तो फिर हनुमान चालीसा का पाठ सार्वजनिक तौर पर क्यों नही ?