आगरा/ साधु के वेश में हत्यारा ऐसा ही कुछ घटित हुआ है जब हत्या, आर्म्स एक्ट आदि संगीन अपराधों में पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए
एक युवक पिछले 8 सालों से एक आश्रम में साधु बनकर बड़ी ठाठ से अपना जीवन व्यतीत कर रहा था । पुलिस ने साधु के भेष में इस हत्यारे को ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया ।
आगरा के एसपी विनीत जायसवाल के अनुसार बिहार के बेगूसराय जिले के थाना समोह क्षेत्र में रहने वाला बिरजू यादव पुत्र भगवान सिंह यादव
उर्फ बुलाया यादव निवासी जगन सैदपुर थाना समोह जनपद बेगूसराय ने अपने ही गांव के मोनू यादव पुत्र सीताराम यादव की सन 2013में हत्या
कर दी थी और पकड़े जाने के डर से गांव भागकर आगरा आ गया था और आगरा के कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पापरी में आश्रम में साधु बनकर रह रहा था
। मुखबिर की सूचना के आधार पर दबिश देकर बिरजू यादव उर्फ बिरजू साधु को गिरफ्तार किया और बिहार के बेगूसराय थाना समोह पुलिस को सूचित कर दिया है।
एसपी के अनुसार बिरजू यादव ने पूछताछ में बताया कि वह मोनू यादव की हत्या करके 2013 में भागकर आगरा के कछपुरा नई आबादी में आ गया
और इस पत्ते का आधार कार्ड बनवा कर यहीं रहने लगा । पहले मजदूरी, ठेकेदारी का कार्य किया जब यह रास नहीं आया तो वह साधु बन गया और
मंदिरों में तथा आश्रमों में रहने लगा इस दौरान एक बार नेपाल भी जाकर आया । पुलिस ने उसके पास से एक तमंचा दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं ।
एसपी के अनुसार बिरजू यादव के खिलाफ हत्या, ठगी ,जालसाजी, मारपीट आदि के करीब आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और इन मुकदमों में बिहार पुलिस को बिरजू की तलाश थी।
विदित है कि संगीन अपराध करके बिहार , यूपी से कुछ युवक गिरफ्तारी से बचने के लिए भागकर राजस्थान आ जाते हैं और यहां के छोटे मंदिरों, आश्रमों में साधु का वेश धारण कर साधु बनकर
फरारी काटते हैं और ऐसे ही अपराधी साधु के वेश में साधु बनकर संत समाज को बदनाम कर जाते हैं ।