
रतलाम/जयपुर/ राजस्थान की राजधानी जयपुर मे सीरियल बम ब्लास्ट करने की साजिश को राजस्थान की पुलिस ,एटीएस और एसओजी द्वारा खुलासा करने के बाद इस मामले मे आरोपियों की जांच पड़ताल के तहत राजस्थान की एटीएस ने रतलाम पुलिस के सहयोग से आतंकी सगंठन सूफा के सरगना इमरान के पोल्ट्री फार्म हाउस पर छापा मार जेसीबी से खुदाई मे संदिग्ध वस्तुएं तथा बोरो मे भरा पाउडर मिला जो विस्फोट सामग्री हो सकती है ।
एटीएस के दल ने रतलाम की पुलिस को इमरान के पोल्ट्री फार्म से बाहर ही खड़ा रखा। इस दौरान जेसीबी बुलाई गई व इमरान के पोल्ट्री फार्म की खुदाई की गई। जहां खुदाई की गई वहां से संदिग्ध वस्तु मिली है।
बताया जा रहा है कि बोरों में पावडर मिला है, जिसको जांच के लिए भेजा जाएगा।जयपुर दहलाने की साजिश रचने वाले आरोपी इमरान सहित अन्य से मिले इनपुट के बाद एटीएस का दल जांच करने रतलाम पहुंचा।
दल ने करीब चार घंटे तक आधा दर्जन से ज्यादा स्थानों पर जांच कर महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए हैं। साजिश के मास्टरमाइंड बताए जा रहे इमरान के पोल्ट्री फार्म पर भी जांच की गई। टीम के साथ बम मामलों के कुछ विशेषज्ञ भी आए।
बताया जा रहा है कि आरोपियों से पूछताछ के बाद रतलाम से विस्फोटक ले जाने की पुष्टि के बाद एटीएस फिर से जांच कर रही है।
विस्फोटक किस जगह से कार में रखे गए और रतलाम तक कैसे आए इसकी जांच के साथ ही आरोपियों तक विस्फोटक पहुंचाने वाले के संबंध में भी एटीएस सुराग तलाश रही है।
विदित है की राजस्थान के निंबाहेड़ा में 30 मार्च को पुलिस को मिले 12 किलो आरडीएक्स को रतलाम के तीन युवकों से पकड़ा गया था। रतलाम में आरडीएक्स लाने में इनकी मदद किसने व कितनों ने की, इस बात का अहम सुराग पुलिस को मिला है।
छापेमारी जारी
विस्फोटक सामग्री के साथ पकड़े गए
म तीन आतंकियों सहित सभी छह आरोपियों को राजस्थान एटीएस मध्यप्रदेश लेकर पहुंची। राजस्थान एटीएस मध्यप्रदेश एटीएस के सहयोग से अन्य संदिग्धों की तलाश में कई जगह दबिश दे रही है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
लेकिन अभी इसका खुलासा नहीं किया गया है कि राजस्थान में कौन लोग हैं, जो आतंकियों की मदद करना चाहते थे। मध्यप्रदेश पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में कुछ संदिग्ध लोगों के नाम सामने आए हैं। जयपुर में धमाका करने के लिए भेजे जाने से कुछ दिन पहले ही फार्म हाउस से विस्फोटक सामग्री निकालकर एक मकान में रखवाई गई थी।