पश्चिम रेलवे ने सितम्बर में दर्ज किया सर्वश्रेष्ठ लदान,कोरोना वायरस के कारण 2799 करोड़ रुपए का नुकसान

Dr. CHETAN THATHERA
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मुंबई, (हि. स.)। माल ढुलाई में उल्लेखनीय वृद्धि करने के लिए पश्चिम रेलवे लगातार नये रास्ते तलाश रही है। इस क्षेत्र में एक नवीनतम उपलब्धि के अंतर्गत पश्चिम रेलवे ने सितम्बर, 2020 के महीने में विभिन्न श्रेणियों में अब तक का सबसे अच्छा लोडिंग प्रदर्शन हासिल किया है। लोडिंग निष्पादन में यह शानदार सफलता पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल द्वारा विभिन्न स्तरों पर की जा रही निरंतर निगरानी के फलस्वरूप प्राप्त हुई है, जो स्वयं व्यक्तिगत तौर पर व्यावसायिक विकास इकाइयों ( बीडीयू) के गठन और नये माल व्यापार को आकर्षित करने के लिए माल प्रोत्साहन योजनाओं के उपयुक्त कार्यान्वयन सहित प्रभावी कदम उठाने में गहरी रुचि ले रहे हैं।


पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कोविड 19 के कारण आ रही बाधाओं के बावजूद माल ढुलाई के क्षेत्र में पश्चिम रेलवे ने अच्छा कार्य निष्पादन सुनिश्चित किया है। पश्चिम रेलवे ने सितम्बर, 2020 में माल ढुलाई के प्रदर्शन में कई मील के पत्थर हासिल किये हैं। इस महीने के दौरान 6.94 मिलियन टन की लोडिंग हासिल की गई, जो पिछले साल के इसी महीने के दौरान 6.54 मिलियन टन की लोडिंग से 6% अधिक है। अप्रैल से सितम्बर, 2020 के दौरान संचयी लोडिंग 34.79 मिलियन टन रही है।


पश्चिम रेलवे ने सितम्बर, 2020 के महीने में प्रति दिन 4673 वैगनों का सर्वश्रेष्ठ लोडिंग औसत हासिल किया, जो मार्च 2019 में 4601 वैगनों के पहले के सर्वश्रेष्ठ को पार कर गया। एक ही दिन में सर्वश्रेष्ठ लोडिंग भी 30 सितम्बर, 2020 को 5685 वैगनों के रूप में प्राप्त हुई, जो 10 सितम्बर, 2020 को 5429 वैगनों के पूर्व रिकॉर्ड से अधिक रही। कंटेनर लोडिंग भी सितम्बर, 2020 में 1871 वैगन प्रतिदिन हासिल कर अपने सबसे अच्छे रूप में रही, जो अप्रैल, 2020 में 1846 वैगनों के पिछले लदान की तुलना में अधिक रही। ऑटो रेक लोडिंग 39 रेक, मिनी रेक लोडिंग 204 रेक, टू पॉइंट रेक लोडिंग 437, क्रैक ट्रेनों की लोडिंग 2833 और जम्बो रेक की लोडिंग 1076 रेक रही। इन सभी कोटियों में पश्चिम रेलवे ने नये मील के पत्थर हासिल करने के लिए अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ आंकड़ों को पार कर लिया।
पश्चिम रेलवे ने 28 सितम्बर, 2020 को जम्बो रेक (47 रेक) कोटि में एकल दिन की सर्वश्रेष्ठ लोडिंग भी हासिल की है। ठाकुर ने बताया कि पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद डिवीजन ने सितम्बर, 2020 के महीने में सबसे अच्छी लोडिंग हासिल करके एक सराहनीय काम किया है। मार्च, 2019 में 2062 के पिछले सर्वश्रेष्ठ को पार करते हुए, प्रति दिन औसतन 2341 वैगन लोड किए गए। अहमदाबाद डिवीजन ने सितम्बर, 2020 के महीने में माल ढुलाई लोडिंग में कई और मील के पत्थर हासिल किए हैं। इस महीने में 3039 वैगनों की सिंगल डे लोडिंग और कुल 69 रेक की सर्वश्रेष्ठ लोडिंग भी हासिल की गई।
इससे पहले 31 मार्च, 2019 को 2848 वैगनों और 62 रेकों की लोडिंग हुई थी। कंटेनर लोडिंग भी प्रति दिन औसतन 1254 वैगनों के साथ सबसे अच्छी रही, जो जुलाई, 2019 में प्रति दिन1061 वैगनों के पिछले सर्वश्रेष्ठ औसत को पार कर गई। 919 वैगनों की ऑटोमोबाइल लोडिंग 35 रेकों के जरिये हासिल की गई, जो दिसम्बर, 2019 में हासिल किए गए पिछले 559 वैगनों (21 रेक) के मुकाबले बेहतर रही। ठाकुर ने बताया कि रेल मंत्रालय ने हाल ही में ग्राहक अनुकूल पहल में पार्सलों की 120 दिनों की अग्रिम बुकिंग की अनुमति दी थी। यात्री ट्रेनों और समय- समय पर चलने वाली पार्सल स्पेशल ट्रेनों में एसएलआर और पार्सल वैन में यह योजना प्रमुख पार्सल लोडिंग पार्टियों को अपने लॉजिस्टिक्स की बेहतर तरीके से योजना बनाने में सक्षम बनाती है।
इसी क्रम में अमेजन इंडिया ने ट्रेन नं 00913 अहमदाबाद- शालीमार पार्सल विशेष ट्रेन में एक वीपीएच में 23 टन तक पार्सल ले जाने के लिए बुकिंग की है, जिसके अंतर्गत 6 अक्टूबर से 14 नवम्बर, 2020 तक होने वाली 18 यात्राओं के लिए संचयी भाड़ा राजस्व 20.57 लाख रुपये होगा। इसमें से लगभग 10% अग्रिम राशि के रूप में 2.5 लाख रुपये का भुगतान निर्धारित पॉलिसी के अनुसार किया गया है। ठाकुर ने बताया कि 23 मार्च से 2अक्टूबर, 2020 तक कोरोना महामारी के प्रतिकूल प्रभावों के बावजूद, 1.40 लाख टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं को पश्चिम रेलवे द्वारा अपनी 582 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में ले जाया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
इस परिवहन के माध्यम से हासिल राजस्व लगभग 47.22 करोड़ रुपये रहा है। इस अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा 98 दूध विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं, जिनमें लगभग 74 हजार टन भार था और वैगनों का 100% उपयोग हुआ। इसी तरह 437 कोविड -19 विशेष पार्सल गाड़ियां 44 हजार टन के भार के साथ विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं। इनके अलावा 21 हजार टन भार वाले 47 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाये गये।

22 मार्च से 2 अक्टूबर, 2020 तक लॉकडाउन अवधि के दौरान, मालगाड़ियों के कुल 16,786 रेकों का उपयोग पश्चिम रेलवे द्वारा 35.36 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया। 32,953 मालगाड़ियों को अन्य जोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 16,479 ट्रेनों को सौंप दिया गया और 16,474 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। पार्सल वैन/रेलवे मिल्क टैंकर (आरएमटी) के मिलेनियम पार्सल रेक देश के विभिन्न भागों में दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं जैसी आवश्यक सामग्री की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए भेजे गये। इन मालगाड़ियों से प्राप्त कुल राजस्व 4453.60 करोड़ रु. रहा। 3 अक्टूबर, 2020 को तीन पार्सल विशेष ट्रेनें पश्चिम रेलवे से रवाना हुईं।


लॉकडाउन के कारण नुकसान और रिफंड अदायगी : कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल नुकसान लगभग 2799 करोड़ रुपये रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए लगभग 429 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय क्षेत्र के लिए लगभग 2370 करोड़ रुपये का नुकसान शामिल है। इसके बावजूद 1 मार्च 2020 से 2 अक्टूबर, 2020 तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप पश्चिम रेलवे ने 439 करोड़ रुपये की रिफंड राशि की अदायगी सुनिश्चित की है। गौरतलब है कि इस रिफंड राशि में अकेले मुंबई डिवीजन ने 212 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक, 68.07 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिये हैं और तदनुसार उनकी रिफंड राशि प्राप्त की है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम