नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर का कुख्यात गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी विदेश से नहीं, बल्कि हरियाणा से ही गैंग को ऑपरेट कर रहा है। यह खुलासा हाल के दिनों में पकड़े गए उसके गुर्गों ने स्पेशल सेल के समक्ष किया है।
स्पेशल सेल उसके खिलाफ मकोका के तहत एफआईआर दर्ज कर चुकी है और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार अलग-अलग जगहों पर दबिश दे रही है। उस पर सात लाख का इनाम घोषित है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और राजस्थान में ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दिलवाने वाला संदीप उर्फ काला जठेड़ी करीब दो साल से फरार चल रहा है।
अधिकारी की माने तो बीते एक साल के भीतर करीब 25 से ज्यादा हत्या की वारदातों को वह अंजाम दिलवा चुका है। बड़े कारोबारियों पर गोली चलवाकर वह उनसे करोड़ों रुपए की रंगदारी मांगता है।
गैंग में 100 से ज्यादा लोग
पुलिस के अनुसार, काला जठेड़ी ने 100 से ज्यादा गैंगस्टर अपने गैंग में रखे हुए हैं जो उसके एक इशारे पर किसी की भी जान ले सकते हैं। हाल के दिनों में दिल्ली के भीतर सबसे ज्यादा आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाला काला जठेड़ी का ही गैंग है।
गिरफ्तार गैंग के गुर्गे ने किया खुलासा
इस मामले में काला जठेड़ी के साथी लॉरेंस बिश्नोई सहित कई बदमाशों को स्पेशल सेल गिरफ्तार भी कर चुकी है, लेकिन काला जठेड़ी अभी भी फरार चल रहा है। स्पेशल सेल को इनपुट मिला था कि वह विदेश में बैठकर गैंग को ऑपरेट कर रहा है।
हाल ही में उसके कुछ साथियों को स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए नीतीश कुमार ने पुलिस को बताया कि काला जठेड़ी विदेश नहीं भागा है।
वह हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में छिपकर रह रहा है और लगातार अपना मोबाइल फोन भी बदल लेता है। पुलिस को बरगलाने के लिए उसने यह खबर फैलाई थी कि वह विदेश भाग गया है और वहां से ऑपरेट कर रहा है। वह खुद काला जठेड़ी के करीब रहा है।
जठेड़ी से मिलने के लिये पहले गुर्गे के पास होता है जाना
पुलिस को नीतीश ने बताया कि काला जठेड़ी सीधे किसी से नहीं मिलता। उससे मिलने के लिए पहले उसके किसी गुर्गे के पास जाना पड़ता है। गुर्गे के पास उसका मोबाइल ले लिया जाता है और उसे दूसरा मोबाइल दिया जाता है।
यहां से उसे गैंग के एक ठिकाने पर 48 घंटे रखा जाता है। इसके बाद उसे काला जठेड़ी के हरियाणा स्थित ठिकाने पर ले जाकर मिलवाया जाता है।
पुलिस को यह भी पता चला है कि उनका साथी वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा थाईलैंड में मौजूद है, जबकि सत्येंद्रजीत सिंह उर्फ गोल्डी कनाडा से ऑपरेट कर रहा है।