मशहूर नृत्यांगना उमराव जान की बरसी पर प्रशंसकों ने किया याद, कब्र पर चढ़ाया पुष्प

Dr. CHETAN THATHERA
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वाराणसी। मशहूर नृत्यागंना उमराव जान की 83वीं बरसी पर शनिवार को प्रशंसकों ने याद किया। डर्बीशायर क्लब के बैनर तले फातमान स्थित उमराव जान के मकबरे पर जुटे प्रशंसकों ने फातिहा पढ़ी और कब्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
  क्‍लब के अध्‍यक्ष शकील अहमद जादूगर ने इस दौरान कहा कि आज से 83 साल पहले फैजाबाद में पली बढ़ी नृत्यांगना उमराव किसी परिचय की मोहताज नहीं है। उन पर दो फ‍िल्‍में भी बनीं। एक में चरित्र अभिनेत्री रेखा तो दूसरी में एश्‍वर्या ने उनका किरदार जीवंत किया था। फैजाबाद में ही उमराव बचपन का नाम अमीरन ने गीत संगीत और नृत्‍य की शिक्षा ली। लखनऊ के नवाबो के महल में उमराव के नृत्य से महफिले सजती थी। उस समय संगीत के रसिको के जुंबा पर उमराव जान का ही नाम रहता था। तब इज्जत और शोहरत उमराव जान के कदम चूम रही थी।
 शकील अहमद ने बताया कि जीवन के अंतिम समय में अकेलेपन से दुखी होकर उमराव वाराणसी आ गई थीं। और अपनी शोहरत की बुलंदियों और दुनिया को छोड़कर 26 दिसंबर 1937 को हमेशा के लिए दुनिया से चली गईं। उमराव जान के किरदार को मशहूर फिल्म निर्देशक मुजफर अली ने सिनेमा के परदे पर देश दुनिया के सामने उतारा तो उमराव का किरदार भारतीय सिनेमा में अमर हो गया। फिल्म में अभिनेत्री रेखा पर फिल्माया गया गाना ’इन आंखों की मस्ती में’ आज भी प्रशंसकों को उमराव जान की याद दिलाता है।
 इस दौरान प्रशंसकों ने राज्य सरकार से मांग किया कि उमराव जान के मकबरे पर मार्क्स लाइट लगाया जाय। ताकि अंधेरे में भी नृत्य की मलिका का मकबरा रौशन रहे। फातिहा पढ़ने वाले अन्य प्रशंसकों में प्रमोद वर्मा, हैदर मोलाई, चिंतित बनारसी, विक्की यादव आदि शामिल रहे।
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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम