
मुबंई / मायानगरी मुंबई से देर रात को मानसून ने देश में प्रवेश कर लिया है और बीती रात से ही आज सवेरे तक मुंबई में मूसलाधार बारिश पूरी माया नगरी को जलमग्न कर दिया है और इससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है भारी बारिश के कारण मुंबई में जनजीवन ठहर सा गया है तो वही कई निचली बस्तियों में पानी घरों में तक प्रवेश कर गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!शहर में पहली बारिश ने मुंबई मनपा के सारे दावों की कलई खोल कर रख दी है, जगह जगह जलजमाव ने लोगों को काफी परेशान कर दिया है।
वहीँ मनपा प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि पानी निकालने में जुटे हैं भारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक पर भी पानी जमा होने से लोकल ट्रेने भी प्रभावित हुई है।
बीती रात से ही मुंबई शहर और उपनगर में भारी बारिश हो रही है बारिश के पूर्व ही राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस बाबत तैयारी किये जाने के आदेश दे दिए थे लेकिन पहली बारिश ने मनपा के सारे दावो की कलई खोल दी है ।
शहर के निचले इलाकों में जहाँ पानी जमा हो गया है वहीँ शहर के झोपड़पट्टी इलाकों में लोगों के घरों में पानी भर गया है और लोग परेशान हो रहे हैं , धारावी एरिया मे भी पानी घरो मे घुस जाने से जनजीवन प्रभावित हुआ है ।
हेल्पलाइन नंबर जारी
बारिश और उससे होने वाली परेशानी से निजात दिलाने के लिए एमएमआरडीए ने 24 घंटे का आपातकालीन मानसून नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. एमएमआरडीए (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजनल डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने मुंबई में 24 घंटे का आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति परेशानी में मोबाइल नंबर 8657402090 और लैंडलाइन नंबर 02226594176 पर कॉल करके मदद की अपील कर सकता है.
ठाणे में झील और बांध के पास जाने पर रोक
महाराष्ट्र में ठाणे जिला प्रशासन ने क्षेत्र में मानसून की शुरुआत के मद्देनजर झरनों, झीलों और बांधों के पास लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिला कलेक्टर राजेश नार्वेकर ने क्षेत्र में जलाशयों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आदेश जारी किया है. आदेश में जिले के कुछ खतरनाक स्थानों की सूची दी गई है और लोगों से कहा गया है कि वे मानसून के दौरान इन स्थानों पर न जाएं.
यह आदेश सीआरपीसी की धारा 144, महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत जारी किया गया है. ठाणे तालुका में येयूर, कलवा, मुंब्रा, रेतीबंदर, गैमुख और उत्तान समुद्र तट पर लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।