
भोपाल/ केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI) एक जासूस महिला को फर्जी वकील के बनकर वकील के ड्रेस कोड में न्यायालय में वीडियोग्राफी करते पकड़ा गया है इस महिला ने पूछताछ में बताया कि वह एक महिला अधिवक्ता के कहने पर यह काम कर रही थी और यह वीडियो पीएफआई को भेजे जाने थे।
शाहरुख खान की फिल्म पठान को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्तेजित नारे लगाने के मामले में गिरफ्तार हुए हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं की कल कोर्ट में इंदौर में पेशी चल रही थी ।
इसी दौरान वहां एक महिला वकील की ड्रेस में कोर्ट में मौजूद होकर फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कर रही थी इस पर कुछ वकीलों की नजर उस महिला वकील पर पड़ी और उन्होंने उसे पकड़कर हंगामा कर दिया तथा पुलिस के सुपुर्द कर दिया पुलिस द्वारा की गई।
प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस सूत्रों के अनुसार महिला वकील नहीं है और उसने खुलासा किया कि उसका नाम सोनू मंसूरी है और वह प्रतिबंधित संगठन पीएफआई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और पीस पार्टी के लिए काम करती है ।
महिला अधिवक्ता नूरजहां खान के कहने पर उसने यह काम किया है और यह वीडियो इस्लामिक पॉलिटिक्स ऑर्गेनाइजेशन पीएफआई को भेजे जाने थे महिला सोनू मंसूरी के खुलासे के बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है कि उसके साथ और कौन-कौन जुड़े हैं इस मामले में जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गई है।