कोरोना शहीद पत्रकारो की स्मृति में मोबाइल फ़ोन के लिये रिंगटोन जारी

नई दिल्ली/ दिल्ली में पत्रकारों ने कोरोना शहीद पत्रकारो की स्मृति में मोबाइल रिंगटोन बनायी है। यह देश मे पहली रिंगटोन है जो पत्रकारो के लिए बनी है । कोरोना महामारी से हमारे 300 से ज्यादा पत्रकार शहीद हो चुके है। ये सिलसिला अभी भी जारी है।

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वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया के महासचिव नरेन्द्र भंडारी के अनुसार कोरोना के इस महामारी मे संक्रमण से हमारे कई पत्रकार साथी देशभर मे संक्रमण का शिकार बन गए । बस उनकी यादे ही हमारे बीच रह गयी है। अपने दिवंगत साथियो की स्मृति में हमने मोबाइल की रिंगटोन बनायीं है। वैसे ये मीडिया पर बनाया गया पूरा गीत है। इस गीत के संगीत निर्देशक: मुम्बई के मशहूर म्यूजिक निदेशक तरुण भल्ला है।

गीत इस तरह से है

जन जन की आवाज़ हैं हम , हर तबके की निगाह हैं हम ,जंग हो पाहे हो अमन , रुकते नहीं अपने कदम ,हम हैं आवाम की आवाज़ , हम हैं आवाम की आवाज़ ,भुखे सोते गरीबों संग , जश्न मनाते सबके संग ,मिल के लड़ते हैं फौज़ों संग, हर जुल्म से हैं अपनी तो जंग,गर्व हमें हम हैं पत्रकार, गर्व हमें हम हैं पत्रकार,हम हैं आवाम की आवाज, हम हैं आवाम की आवाज,

कैमरा कलम हथियार हैं, करते शौषण पर वार हैं,नारी शक्ति को बढ़ाना है, आतंक को मिटाना है,एक जुट हैं हम पत्रकार, एक जुट हैं हम पत्रकार,
हम हैं आवाम की आवाज़, हम हैं आवाम की आवाज़,सीमाओं का बंधन नहीं, धर्मों का अंतर नहीं,सेवा समाज की सीखी है, जान जान के विकास की नीति है,जागरूक हैं हम पत्रका fcर, जागरूक हैं हम पत्रकार, हम हैं आवाम की आवाज़, हम हैं आवाम की आवाज़।

श्री भंडारी ने पत्रकारों से इस रिंगटोन की देशभर के ज्यादा से ज्यादा पत्रकारो के पास भेजने की अपील के8 है, जिससे हम अपने बीते साथियो को भी याद कर सके व आम लोगो को बता सके कि हम भी समाज का हिस्सा है।

समाज का हमारे प्रति भी कुछ फ़र्ज़ बनता है। यदि किसी भी साथी को इस मीडिया गीत की रिंगटोन चाहिये, तो वह इस मोबाइल नंबर 9212127666 , पर व्हाट्सएप्प कर सकता है।