भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने बुधवार को राजधानी भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि इस घोर संकट के समय में आसमान छूती कीमतें आम लोगों के जले पर नमक छिडक़ रही हैं। असंवेदनशील, बेपरवाह मोदी सरकार ने गंभीर आर्थिक मंदी के दौरान भी देशवासियों को आसमान छूती कीमतों के बोझ के नीचे दबा दिया है।
देशवासियों के हाथों में नकद धनराशि पहुंचाने की बजाय भाजपा सरकार उन्हें अपनी जरूरत के सामान के लिए ज्यादा मूल्य चुकाने को मजबूर कर रही है।
अजय माकन ने कहा कि यूपीए की पिछली सरकार ने बड़ी मेहनत से 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला था, लेकिन वर्तमान सरकार ने उसकी सारी मेहनत पर पानी फेरते हुए 23 करोड़ लोगों को वापस गरीबी रेखा के नीचे धकेल दिया।
अकेले और मई महीने में 2 करोड़ लोगों कीनौकरियां चली गईं, 97 प्रतिशत लोगों को आज कम वेतन मिल रहा है।
नौकरी खोने और कम वेतन मिलने के चलते देशवासियों को रिटायरमेंट के लिए बचाकर रखे गए अपने प्रॉविडेंट फंड में से लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये निकालने पर मजबूर होना पड़ा।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस समय जीडीपी वृद्धि दर कम होती जा रही हो, ऐसे में सरकार द्वारा मूल्यों में वृद्धि एक जघन्य कृत्य है और इस आर्थिक बर्बादी का कारण केवल कोरोना नहीं है।
हमारी अर्थव्यवस्था पर महामारी का साया पडऩे से पहले ही अनेक विपत्तियां आ चुकी थीं- हमारी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2017 में 8.2 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2020 में 4.1 प्रतिशत रह गई, यह सब कुछ भयावह नोटबंदी, त्रुटिपूर्ण तरीके से लागू की गई जीएसटी एवं मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण हुआ।
पेट्रोल एवं डीजल की दरों में अप्रत्याशित वृद्धि पेट्रोल की कीमतें इतिहास में पहली बार सभी 4 मेट्रो और देश के अन्य 250 से अधिक शहरों में 100 रुपये को पार कर गई है।