कौन है बब्बू-छब्बू जिनके अवैध निर्माण ढहाए

इंदौर। इन दिनों शहर में गुंडे-बदमाशों और भू माफिया के रसूख के साथ ही उनकी आर्थिक कमर तोडऩे के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें इनके अवैध निर्माणों और कब्जों को जमींदोज किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार सुबह भारी पुलिस बल की मौजूदगी में निगम की टीम खजराना इलाके में कुख्यात भू माफिया बब्बू और छब्बू के यहां कार्रवाई करने पहुंची। इन दोनों अपराधियों की दो आलीशान कोठियों को जमींदोज किया गया।
खजराना क्षेत्र के चर्चित और बड़े भूमाफिया के रूप में पहचाने जाने वाले बब्बू उर्फ सुल्तान और छब्बू उर्फ शाबिर पुत्र नन्हें खां के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुबह 5 बजे से ही नगर निगम की सारी टीम सक्रिय हो गई थी।

सबसे पहले बब्बू के यहां कार्रवाई 

कार्रवाई को अंजाम देने के लिए अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह पूरी टीम को लेकर सुबह 6 बजे सबसे पहले बब्बू के मकान पर पहुंचे। यह मकान करीब 4000 स्क्वेयर फीट के प्लाट पर जी प्लस 3 के रूप में 4 मंजिला बना हुआ था। इसे मकान कम और आलीशान कोठी ज्यादा कहा जा सकता है। इस मकान को तोडऩे की कार्रवाई जब निगम की टीम ने शुरू की तो मकान की मजबूती सामने आ गई। यह मकान इतना मजबूत बना हुआ था कि वह जेसीबी और पोकलेन के पंजों की मार को भी सहन कर रहा था। इस मकान को तोडऩे में निगम के अधिकारियों के पसीने छूट गए। इस मकान को तोडऩे की कार्रवाई को पूरा करने में ही 2 घंटे का समय लग गया। उसके बाद में फिर नीचे की तरफ से बचे हुए निर्माण को तोडऩे का काम किया जाता रहा।

छब्बू की थी आलीशान कोठी 

इस कार्रवाई को पूरा करने के बाद निगम की टीम छब्बू के मकान को तोडऩे पहुंची। छब्बू का मकान भी 5000 स्क्वेयर फीट के प्लाट पर जी प्लस 3 के रूप में बना हुआ है वह भी आलीशान कोठी है। इस कोठी को तोडऩे की कार्रवाई को सुबह करीब 8.30 बजे जाकर शुरू किया जा सका। मकान में कोई नहीं रहता था नगर निगम की टीम जब बब्बू के मकान को तोडऩे के लिए पहुंची तो इस टीम को लगा कि इतने बड़े मकान का सामान खाली करने में ही काफी समय लग जाएगा लेकिन टीम को उस समय राहत मिल गई जब मकान में जाकर देखा तो यह पाया कि पूरे मकान में कोई सामान नहीं था।

6 पुलिस थानों का बल लगाया 

कार्रवाई के दौरान विरोध और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली थी। इस कार्यवाही के दौरान इंदौर नगर निगम के साथ पुलिस विभाग के द्वारा छह पुलिस थानों का बल लगाया गया। इसमें पुलिस थाना खजराना, कनाडिया, लसूडिया, विजयनगर, एमआईजी और पलासिया के पुलिस बल को लगाया गया। पुलिस की भारी मौजूदगी का ही यह परिणाम था कि इस कार्यवाही के दौरान कहीं भी बलपूर्वक कार्रवाई को रुकवाने की कोशिश नहीं की जा सकी।

निगम ने पांच जेसीबी लगाई 

इंदौर नगर निगम के द्वारा कार्यवाही के दौरान कार्यवाही को गति देने के लिए पांच जेसीबी मशीन लगा दी गई। इन मशीनों के माध्यम से एक ही मकान को एक साथ कई मशीनें लगाकर थोड़ा जाने लगा। यही कारण है कि कार्रवाई को तेज गति से किया जा सका।

कागज दिखाने सामने आई बब्बू की पत्नी 

नगर निगम के द्वारा जब बब्बू के मकान को तोडऩे की कार्रवाई शुरू की जा रही थी तब इस कार्रवाई पर आपत्ति लेते हुए मकान के दस्तावेज दिखाने के लिए बब्बू की बीवी सामने आई। उसके द्वारा नगर निगम के अधिकारियों को दस्तावेज दिखाने की कोशिश की गई। इन अधिकारियों ने दस्तावेज देखने से इंकार कर दिया और उन्हें एसडीएम के पास भेज दिया। एसडीएम को इस महिला ने अपने बंगले के दस्तावेज दिखाए। एसडीएम ने कागज देखने की कोशिश की और कहा कि आप आवेदन देना तब इनका परीक्षण कराएंगे।

महिलाओं ने संभाला मोर्चा 

टीम जब खजराना की अली कॉलोनी में स्थित छब्बू के मकान को तोडऩे के लिए पहुंची तो वहां महिलाओं के समूह ने दूसरा मकान दिखाकर कहा कि यह भी अवैध है उसे भी तोड़ो। निगम की टीम करीब 8.30 बजे छब्बू के मकान को तोडऩे के लिए पहुंची। इस टीम को वहां पहुंचने के बाद सबसे पहले मकान को खाली करने की जिम्मेदारी निभाना पड़ी। इस मकान के सारे सामान को निकालकर मकान के ठीक सामने बने मैदान रूपी बगीचे में रख दिया गया। जब सामान को निकालने की कार्रवाई की जा रही थी उसी समय विवाद होने की शुरुआत भी हो गई। इस मकान को टूटने से बचाने के लिए महिलाओं के समूह ने मोर्चा खोला। बड़ी संख्या में महिलाएं मौके पर पहुंची। इनमें छब्बू के परिवार की महिलाएं भी शामिल थी। इन महिलाओं का कहना था कि इस मकान को नहीं तोड़ा जाना चाहिए। जब इन महिलाओं की बात को नहीं सुना गया तो फिर इन महिलाओं ने आक्रामक तेवर अपना लिए। इन महिलाओं के द्वारा समीप ही बनी एक आलीशान कोठी की तरफ इशारा करते हुए निगम अधिकारियों से कहा गया कि यह भी अवैध कोठी बनी हुई है। बहुत आलीशान बनी है जब यहां तक आए हो तो इसे भी तोड़ कर चले जाओ। निगम के अधिकारी इन महिलाओं की बात पर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं थे।

पोकलेन में लगी आग, 20 मिनट रुकी कार्रवाई 

निगम ने बब्बू के मकान पर धावा बोलने के लिए 5 जेसीबी-पोकलेन लगाई थी। कार्रवाई के दौरान एक पोकलेन मशीन लोड बढऩे से शार्ट सर्किट का शिकार हो गई। पोकलेन से शार्टसर्विसट होने से पहले चिंगारी निकली और फिर धुआं निकलने लगा। निगम के कर्मचारियों ने जैसे ही धुआं देखा तो चिल्लाते हुए ड्रायवर को रुकने के लिए कहा जिसके बाद करीब 20 मिनिट कार्रवाई रोकी गई और फिर शार्ट सर्विसट को ठीक करने के बाद पोकलेन को चालू किया गया।

न्यायालय के स्थगन के कारण रूक गया था तोमर का मकान 

नगर निगम की टीम आज खजराना क्षेत्र में भू-माफिया बब्बू छब्बू के मकान को तोडऩे की कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पहुंची थी। इन भू माफियाओं पर कार्रवाई करने के दौरान ही इस टीम के द्वारा खजराना क्षेत्र के इदरीश नगर में हिस्ट्रीशीटर अपराधी रमेश तोमर के भी एक मकान को तोड़ दिया गया। पिछले दिनों नगर निगम के द्वारा इदरीश नगर में कार्रवाई करते हुए तोमर के चार मकान तोड़े गए थे। जब इन मकानों को तोड़ा जा रहा था तभी उसके पास में मकान पर न्यायालय का स्थगन आ गया था। उक्त स्थगन के कारण नगर निगम के द्वारा कार्रवाई को रोक दिया गया था और उस मकान को नहीं तोड़ा गया था। उसके बाद निगम के वकील के द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत होकर इस स्थगन आदेश को खारिज करवा दिया गया। आज निगम ने खजराना में पहुंचकर कार्रवाई को अंजाम देने के दौरान इदरीश नगर में जाकर रमेश तोमर के एक पुराने बचे हुए मकान को भी एक झटके में तोड़ दिया।