नई दिल्ली/ राजस्थान के करौली में नव संवत्सर पर निकाली गई धार्मिक रैली पर पथराव के बाद भड़की हिंसा को लेकर प्रदेश में चल रही सियासत के बाद अब इस मामले में निष्पक्ष जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम 18 अप्रैल को करौली पहुंचेगी और 3 दिन तक करौली में रहकर जांच करेगी इस दौरान टीम आम जनता जनप्रतिनिधि आदि से भी जन सुनवाई करेगी।
गृह विभाग की संयुक्त शासन सचिव डॉ.सौम्या झा (आईएएस) ने बताया कि करौली के नगर परिषद क्षेत्र में 2 अप्रैल को घटित घटना के संबंध में प्रशासनिक जांच संपादित करने के लिए विभागीय टीम 18 अप्रैल से 20 अप्रैल तक करौली में रहेगी।
उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में जनप्रतिनिधि स्थानीय आमजन व पीड़ित जो भी अपना पक्ष रखना चाहता है, उनकी सुनवाई करने के लिए सर्किट हाउस करौली में कैंप आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कैंपों के आयोजन के संबंध में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को भी आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि 18 अप्रैल को सरकारी अधिकारी, पुलिस अधिकारी, मौके पर तैनात मुलाजिमान एवं अन्य के बयानात लिए जाएंगे। 19 अप्रैल को आमजन की सुनवाई एवं साक्ष्य ग्रहण तथा 20 अप्रैल को जांच में आवश्यक अन्य पक्षों के साक्ष्य ग्रहण लिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल को जो प्रत्यक्षदर्शी व आमजन घटना से संबंधित जानकारी रखता हो वह अपना बयान रख सकते हैं।
विदित है की डाॅ. सौम्या झा आईएएस राजस्थान के भरतपुर जिला कलेक्टर की रहेंगे तथा टॉप में प्रोजेक्ट ऑफिसर सहित राजस्थान में कई जिलों में विभिन्न पदों पर नियुक्त रही हैं