हरियाणा / पानीपत में हनीट्रैप का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां हनीट्रैप में समालखा थाना में चालान ब्रांच के इंचार्ज सबइंस्पेक्टर सिलकराम को थाना शहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि मनाना गांव स्थित पशु अस्पताल में तैनात कंपाउंडर ने पुलिस को शिकायत दी कि गांव का एक युवक महिला को साथ लेकर उसके कार्यालय पहुंचा। महिला को अपनी परिचित बताया। युवक ने उसे चाय के लिए बोला तो उसने कहा कि दूध नहीं है।
वह दूध लेने के लिए चला गया। वापस लौटा तो युवक और महिला आपत्तिजनक हालत में मिले। इस पर विरोध जताया। दोनों ने कंपाउंडर के साथ मारपीट की। दोनों ने कंपाउंडर के साथ मारपीट की। कंपाउंडर के अनुसार उसके पास एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने बोला कि तुमने महिला के साथ दुष्कर्म किया है।
केस की धमकी देकर कंपाउंडर से पांच लाख रुपये देने की मांग की। इतने रुपये देने में उन्होंने मना कर दिया। दोनों का तीन लाख रुपये में सौदा तय हुआ। कंपाउंडर ने समालखा थाने में आरोपित युवक व महिला की शिकायत दे दी। जिसके बाद महिला ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया।
कंपाउंडर ने बताया कि एक पुलिसकर्मी ने इंस्पेक्टर बताकर फोन कर उस पर समझौता करने के लिए दबाव डाला। महिला के सहयोगी आरोपित प्रदीप ने उनके चचेरे भाई को देसराज कालोनी के नसीर नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर दिया।
इस मामले पर डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने बताया कि दुष्कर्म का झूठा मामला संज्ञान में आया।एसपी शशांक कुमार सावन के आदेश पर पंचायती राज के एसडीएओ, थाना शहर प्रभारी और महिला थाना प्रभारी की टीम पीड़ित कंपाउंडर के चचेरे भाई और पीड़ित के बेटे साथ लेकर लघु सचिवालय के एटीएम के पास पहुंची।
पीड़ित के भाई ने आरोपितों के सहयोगी देसराज कालोनी के नसीर को तीन लाख रुपये दिए। तभी नसीर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित महिला फरार हो गई थी।पीड़ित के पास आरोपित की काल रिकार्डिंग भी है। पीड़ित कंपाउंडर ने काल रिकार्डिंग पुलिस को सौंप दी है। इसमें आरोपित एसआइ की आवाज है।