IAS के दादा दादी ने की आत्महत्या,माता -पिता के खिलाफ समेत 4 के विरुद्ध मामल दर्ज 

Dr. CHETAN THATHERA
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IAS के दादा दादी ने की आत्महत्या,माता -पिता के खिलाफ समेत 4 के विरुद्ध मामल दर्ज 

 

नई दिल्ली/ हरियाणा के युवा के एक युवा आईएएस के दादा दादी ने अपने बेटे और पुत्रवधू को से परेशान होकर जिंदगी के इस बुढ़ापे के दौर में पड़ता है उतना ही सहते सहते प्रताड़ित होकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली।

मरने से पहले दंपति ने एक सुसाइड नोट लिखा जो पुलिस को सौंपा इस सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस में आईएएस के माता-पिता चाची पूरी करने के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

घटना हरियाणा के चरखी दादरी के बाढडा की शिव कॉलोनी की है जानकारी के मुताबिक मूल रूप से गोपी के रहने वाले जगदीश चंद आर्य 78 और उनकी पत्नी भागली देवी 77 अपने बड़े बेटे वीरेंद्र आर्य के साथ रहते थे ।

वीरेंद्र आर्य का बेटा विवेक आर्य 2021 में आईएएस बना था और उसे हरियाणा कैडर मिला है और इस समय में प्रशिक्षण काल में चरखी दादरी में अपनी सेवाएं दे रहा है ।

जगदीश चंद्र आर्य और उनकी पत्नी ने कल रात को जहर खा लिया और जहर खाने के बाद पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची।

तब जगदीश चंद्र ने पुलिस को एक सुसाइड नोट दिया पुलिस टीम ने जगदीश चंद्र उनकी पत्नी की हालत गंभीर होने पर उन्हें तत्काल एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया यहां से हालत ज्यादा खराब हो जाने पर दादरी सिविल अस्पताल रेफर किया गया जहां उपचार के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया। 

पुलिस के अनुसार जगदीश चंद्र ने मौत से पहले जो सुसाइड नोट पुलिस को दिया था उस सुसाइड नोट में लिखा था मैं जगदीश चंद्र आर्य आपको अपना दुख सुनाता हूं मेरे बेटे के पास बाढड़ा में 30 करोड़ की संपत्ति है।

लेकिन उसके पास मुझे देने के लिए दो रोटी नहीं है मैं अपने छोटे बेटे के पास रहता था 6 साल पहले उसकी मौत हो गई कुछ दिन उसकी पत्नी ने उसे रोटी दी।

लेकिन बाद में वह गलत काम करने लगी और जब मैंने मना किया विरोध किया तो उसने मुझे मेरी पत्नी को पीटकर घर से निकाल दिया मैं पिछले 2 साल से अनाथ आश्रम में रहा फिर वापस आया तो उन्होंने मकान को ताला लगा दिया ।

इस दौरान मेरी पत्नी को लकवा हो गया और हम दूसरे बेटे अर्थात बड़े बेटे वीरेंद्र के साथ करने लगे मगर कुछ दिन बाद उन्होंने भी रखने से मना कर दिया और मुझे बासी खाना देना शुरू कर दिया था यह मीठा जहर कितने दिन खाता इसलिए मैंने और मेरी पत्नी ने सल्फास की गोलियां खा ली है।

मेरी मौत का कारण मेरी दो पुत्र वधू एक बेटा और एक भतीजा है सुसाइड नोट में लिखा है कि जितने अत्याचार इन चारों ने मेरे ऊपर की है कोई भी संतान अपने माता-पिता पर ना करें मेरी बात सुनने वालों से प्रार्थना है कि इतना जुल्मों बाप पर नहीं करना चाहिए।

सरकार और समाज इन को दंड दे तब जाकर मेरी आत्मा को शांति मिलेगी बैंक में मेरी दो ऑडियो और बाढडा में एक दुकान है जो आर्य समाज बाढडा को दी जाए।

सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आईएएस विवेक आर्य के पिता उसकी माता चाची 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

उधर आईएएस विवेक आर्य के पिता वीरेंद्र आर्य ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि उसके माता-पिता ने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया है अब यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मामला क्या था।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम