डॉक्टर व शिक्षक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या नहीं की , हत्या की गई थी , दो गिरफ्तार 

मुंबई/ महाराष्ट्र के सांगली जिले के म्हैसल गांव में 1 सप्ताह पूर्व चिकित्सक और शिक्षक शहीद परिवार के 9 जनों द्वारा जहर खाकर सामूहिक आत्महत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा किया है यह आत्महत्या नहीं गड़ा हुआ धन प्राप्त करने के लिए सामूहिक हत्या की गई है इस मामले में दो जनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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विदिशा की पोपट वनमोरे शिक्षक और मणि वन मोरे वेटरनरी डॉक्टर का परिवार मुंबई से करीब साढे 300 किलोमीटर दूर स्थित सांगली के नीरज तालुका के म्हैसाल इलाके में नरवाड़ रोड के पास अंबिका नगर चौक मैं रहते थे । डॉक्टर पोपट यल्लाप्पा वनमोरे(52) का परिवार अंबिका नगर मे रहता था इस परिवार का एक घर अंबिका नगर में तो दूसरा मणिक वनमोरे का परिवार राजधानी कॉर्नर में था ।

20 जून को जब सवेरे से दोपहर हो गई तब तक दोनों ही घरों के दरवाजे नहीं खोलने पर पड़ोसियों को शंका हुई और पड़ोसियों ने किसी तेरे दरवाजा खोल कर देखा तो अंदर का दृश्य देखकर चकरा गए अंदर एक घर में डॉक्टर पोपट यल्लाप्पा(52), उनकी पत्नी संगीता (48), मणिका यल्लाप्पा (49), शुभमपोपट वनमोरे(28), रेखा मणिक वनमोरे (45), आदित्य मणिक वनमैरे(15), अनिता मणिक वनमैरे(28, अरचना पोपट वनमोरे(30)) तथा अक्काताई वनमोरे(72) के शव पड़े मिले थे।

सांगली एसपी दीक्षित के नाम के अनुसार चिकित्सक और शिक्षक दोनों भाइयों के परिवार के 9 सदस्यों द्वारा सामूहिक आत्महत्या के मामले ने झकझोर कर रख दिया था और जब इस मामले में शंका होने पर दोनों ही भाइयों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाल कर बारीकी से जांच पड़ताल की गई तो 2 नाम सामने आए।

जिनमें धीरज चंद्रकांत सुरवसे और अब्बास महमद अली बागवान कोल्हापुर निवासी निकले इन दोनों को कल गिरफ्तार कर सांगली लाया गया और आज कोर्ट में पेश किया जाएगा पुलिस के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ जांच पड़ताल में सामने आया है कि गुप्त धन के लालच में इस सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया गया पुलिस आज इन दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड लेगी और उसके बाद गहन पूछताछ से इसकी परते खुलने तथा कई खुलासे होने की संभावना है।