500 रूपये के नोट को लेकर RBI ने बैंकों को दिए यह निर्देश, कहीं नोट…

Dr. CHETAN THATHERA
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नई दिल्ली/ भारतीय मुद्रा में ₹500 और ₹1000 के नकली नोटों के चलन और ब्लैक मनी को बाहर करने के लिए मोदी सरकार ने नोटबंदी की थी तब काफी हाहाकार देश में मचा था और यह सरकार का उन्हें पूरी दुनिया में काफी चर्चित रहा था इसके बाद सरकार ने ₹2000 का नोट और ₹500 का नया नोट जारी किया।

लेकिन इस नए नोट के चलन में आने के कुछ समय के बाद नए 2000 और 500 के नोटों के भी नकली नोट आने की खबरें सोशल मीडिया पर खूब चली और नकली नोट सामने भी आए थे तथा सरकार ने 2000 के नए नोट तो छापना भी बंद कर दिया ऐसी खबरें अब ₹500 के नए नोट को लेकर एक बार फिर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(RBI) ने सभी सरकारी और निजी बैंकों को दिशा निर्देश जारी किए हैं इसको लेकर आमजन में भी संशय बना हुआ है कि क्या ₹500 के नए नोट भी एक बार फिर चलन से बंद होने वाले हैं ?

500 रुपये के नोट को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) का बड़ा बयान सामने आया है। आजकल फेक या नकली करेंसी को लेकर लेकर कई खबरें सामने आ रही है। भारत में फिलहाल 500 रुपये के नोट अधिक मात्रा में पाए जाते है और एटीएम से भी ज्यादातर यही नोट निकलते हैं।

2000 रुपये के नोट को मार्केट में अब आसानी से नजर ही नहीं आते है। जहां नोटबंदी के बाद से फेक करेंसी की खबरें बढ़ रही है, इसी बीच 500 रुपये के नोट को लेकर आरबीआई ने बड़ा बयान जारी किया है। साथ ही आरबीआई ने बैंकों को करेंसी के जुड़े निर्देश भी दिए हैं।

आरबीआई ने सरकारी और प्राइवेट दोनों बैंकों को यह कहा है की हर तीन महीने में सटीकता और स्थिरता के लिए अपने नोट छँटाई मशीनो की जांच करें। यह सुनिश्चित करना भी जरूरी होगा की प्रिंटेड नोट तय मापदंडों के मुताबिक है या नहीं। साथ ही आरबीआई के करेंसी के सही कंडीशन के लिए 11 मानक निर्धारित किए हैं। इतना ही नहीं आरबीआई ने बैंकों को नोट शॉर्टिंग मशीन की जगह नोट फिट शॉर्टिंग मशीन का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इससे नोट शॉर्टिंग मशीन समय-समय पर प्रामाणिकता को टेस्ट भी कर पाएगी। ऐसे नोट को मशीन खुद छाँट देगा जो असली नोटों की विशेषता ना रखता हो।

 

RBI के निर्देशो के तहत सभी बैंकों को अब हर तीन महीने में करेंसी की फिटनेस रिपोर्ट आरबीआई को भेजनी होगी। आरबीआई ने सही और फिट नोट को लेकर यह कहा है की एक फिट नोट वो होता है, जो जेन्युइन और क्लियर हो। साथ ही इन नोटों के वैल्यू का पता भी आसानी से लगाया जा सकता है और रीसाइकल करने भी दिक्कत नहीं होती। उन नोटों को आरबीआई अनफ़िट बताता है जो रीसाइक्लिंग के लिए उपयुक्त नहीं हो।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम