
नई दिल्ली/ एक टीवी चैनल पर डिबेट में हजरत पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी करने से विवाद में आई निलंबित भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर राजस्थान के उदयपुर दर्जी कन्हैया लाल साहू और महाराष्ट्र के अमरावती में मेडिकल स्टोर संचालक उमेश कोल्हे की हत्याएं कर दी गई थी । महाराष्ट्र अमरावती में मेडिकल स्टोर संचालक की हत्या पाकिस्तान और खाडी देशों की फंडिंग से संचालित एनजीओ(NGO) के संचालक के इशारे पर की गई थी । यह खुलासा एनआईए(NIA) की जांच के दौरान सामने आया है इस मामले में 7 जनों को गिरफ्तार कर लिया गया है जो रिमांड पर हैं।।
राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल साहू की हत्या की तरह ही महाराष्ट्र के अमरावती में मेडिकल स्टोर संचालक उमेश कोल्हे (54) की 21 जून की रात को 10 बजे उस समय मोटरसाइकिल पर आए युवाओं ने हत्या कर दी थी जब उमेश अपने घर लौट रहे थे तब भी सड़क ने उनको रोक कर चाकू से ताबड़तोड़ कर मार डाला इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दिशा निर्देश पर एनआईए ने जांच शुरू हुई थी।
सूत्रो के अनुसार एनआईए की जांच में सामने आया है कि इरफान शेख रहीम एक एनजीओ संचालित करता है और इस एनजीओ में 21 लोग जुड़े हुए हैं और और उमेश की हत्या कांड में इसी एनजीओ से जुड़े हुए युवकों ने की थी तथा एनजीओ संचालक इरफान के कहने पर ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था ।
इस एनजीओ को पाकिस्तान और खाड़ी देशों से फंडिंग मिल रही थी । इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी इरफान शेख जो घटना के बाद फरार हो गया था को नागपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है । घटना के छठे आरोपी डॉक्टर यूसुफ खान उस बहादुर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है । इस तरह इस हत्याकांड में अब तक 7 जने गिरफ्तार किए जा चुके हैं। डॉ यूसुफ खान ने हीं मेडिकल स्टोर संचालक उमेश द्वारा नूपुर शर्मा के समर्थन में की गई पोस्ट के स्क्रीनशॉट को कुछ अन्य संदेश ग्रुपों में वायरल किया था और इसके बाद ही उनकी हत्या हुई थी । इस हत्याकांड के सभी आरोपी रिमांड पर हैं और एनआईए सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है ।