
नई दिल्ली/ आज के दौर में शिक्षा दिन-ब-दिन महंगी होती जा रही है और विशेषकर प्राइवेट क्षेत्र में इस होडाहोड की युग में हर इंसान अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों के बजाएं प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए प्रयासरत रहता है और प्राइवेट स्कूल इन फीस के रूप में हजार से लाखों रुपए तक की फीस वसूलती है ।
ऐसी स्थिति में गरीब परिवारों के बच्चे एनी प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश नहीं ले पाते हैं लेकिन अब सरकार ने प्राइवेट स्कूलों पर शिकंजा कसते हुए आम जनता को राहत देकर अब प्राइवेट स्कूलों में भी बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बालिकाओं की फीस माफ करने का फरमान जारी किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने यह पहल करते हुए निर्देश जारी की हैं इस नियम के तहत अगर किसी निजी स्कूल में परिवार के दो बच्चे असद भाई बहन पढ़ रहे हैं और परिवार एक बच्चे की फीस उठाने में सक्षम है दूसरे की नहीं तो निजी स्कूल संचालक को एक बच्चे की फीस माफ करनी होगी।
नियम के तहत विशेष कर एक ही परिवार की दो सगी बहनों एक स्कूल में पढ़ रही हैं तो एक बच्चे की फीस माफ होगी एक बेटी की फीस योगी सरकार देगी इसके लिए अगले वित्त वर्ष के बजट में प्रावधान किया जा रहा है इससे प्राथमिक उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाली लाखो छात्राएं लाभान्वित होगी।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने समय पहले चार्जिंग तौर पर कहा था कि यदि किसी निजी स्कूल में दो बहने पड़ती है तो उस विद्यालय के प्रबंधन से एक बच्ची की फीस को माफ करने की गुहार लगाई जानी चाहिए और अगर स्कूल प्रबंधन के स्तर से यह संभव नहीं होता है तो एक बच्ची की फीस को राज्य सरकार बनेगी।
योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए काम कर रही है और इसी को लेकर सरकार ने राज्य में शिक्षा आयोग के गठन पर भी कार्य शुरू कर दिया है।
तथा शीघ्र ही प्रदेश के जूनियर और सेकेंडरी स्तर के स्कूलों में विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास के जरिए पढ़ाया जाएगा और सरकारी स्कूलों को भी स्मार्ट बनाया जाकर स्कूलों में टेबलेट वितरण किए जाएंगे