गुजरात परिणाम- कांग्रेस के 44 प्रत्याशियों की जमानत जब्त, गहलोत पर भारी पड़ सकते सचिन पायलट

Dr. CHETAN THATHERA
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नई दिल्ली/ गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए 60 साल के इतिहास पहली बार ऐसा हुआ कि कांग्रेस इतनी नीचे पायदान पर आई और इतना खराब प्रदर्शन रहा यहां कांग्रेस के 44 प्रत्याशियों की तो जमानत जप्त हो गई।

गुजरात के इस चुनाव परिणामों ने राजस्थान की सियासी हल्के में खलबली मचा दी है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घोर विरोधी सचिन पायलट उभरकर गहलोत पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं।

गुजरात में 182 विधानसभा सीटों वाली विधानसभा के हुए चुनाव और परिणामों में भाजपा ने यहां रिकॉर्ड तोड़ 156 सीटों पर जीत हासिल कर अपने विजय अभियान को जारी रखा है।

आश्चर्य की बात तो यह है कि 2017 की हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गुजरात प्रभारी के रूप में चुनाव लड़ते हुए भाजपा को जबरदस्त टक्कर दी थी और 77 सीटों पर कब्जा करते हुए।

भाजपा को 99 सीटों पर ही रोक दिया था । कांग्रेस आलाकमान ने पिछले चुनाव में कांग्रेस की इस मजबूती को देखते हुए इस बार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मुख्य दरबार बनाया था और राजस्थान के पूर्व मंत्री रघु शर्मा को यहां का प्रभारी बनाते हुए चुनाव लड़ा था ।

लेकिन कांग्रेस 77 सीटों से बढ़त बनाने के बजाए और नीचे आ गई और 60 सीटों का नुकसान होते हुए मात्र 17 सीटों पर ही जीत पाई है यही नहीं 44 प्रत्याशियों की तो जमानत तक जब्त हो गई है।

1960 मैं जब से गुजरात राज्य बना और चुनाव शुरू हुए हैं अब तक के चुनाव इतिहास में ऐसा नहीं हुआ कि कांग्रेसी इतने कम सीटों पर सिमट गई हो कांग्रेसका सबसे खराब प्रदर्शनी 1985 में रहा जब कांग्रेस ने मात्र 33 सीटें जीती थी लेकिन 62 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेस केवल 17 सीटों पर ही सिमट कर रह गई।गुजरात में कांग्रेस की इतनी बड़ी बुरी हार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और रघु शर्मा सवालों के घेरे में आ गए हैं।

गहलोत पर भारी पड सकते सचिन पायलट

गुजरात की कमान जहां अशोक गहलोत और उनके सिपहसालार रघु शर्मा के हाथ में थी तो वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश चुनाव का मान राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के हाथ में थी गुजरात में जहां कांग्रेस को करारी हार मिली है ।

वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए भाजपा को सत्ता से बाहर किया है किसी परिणामों ने राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान मैं और उबाल ला दिया है अब सचिन पायलट इन परिणामों को लेकर गहलोत पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं ।

इसका संकेत उन्होंने कल ही मीडिया से बातचीत के दौरान अप्रत्यक्ष रूप से जाहिर कर दिया था इन दोनों राज्यों के चुनाव परिणामों के बाद अब कांग्रेस आलाकमान राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर भी मंथन करेगा और निर्णय लेगा यह रैली निर्णय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद लिए जाने की पूरी संभावना है और इस निर्णय में सचिन पायलट गहलोत पर भारी पड़ते नजर आ सकते हैं।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम