नई दिल्ली/ दुनिया में अपने आप को शक्तिशाली बनाने वाले चीन की हालत इस कदर है कि कोरोना से एक बार फिर चीन में हाहाकार मचा दिया है हालात यह है कि दवाइयों तक की कमी हो गई है।
सर्दी जुखाम बुखार की मामूली दवा आइबुप्रोफेन एस्प्रिन जेसी गोलियों का अभाव है और प्रति व्यक्ति को कितनी गोलियां मिलेगी यह तक निर्धारित किया कर दिया गया है हालात यह है कि अगर यही स्थिति रही तो आने वाले 3 माह में चीन की 60% आबादी कोरोना से संक्रमित होगी।
कोराना ने चीन मैं तबाही इस कदर मचा रखी है कि अस्पतालों में जगह तक नहीं है कबरी स्थानों में शव दफनाने के लिए लाइने लगी हुई है यह हालात भारत में कोरोना की दूसरी लहर में हुए थे ऐसे ही हालात वर्तमान में चीन में है चीन की हालत तो यहां तक स्थिति हो गई है कि दवाइयों तक का अभाव हो गया है ।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के अनुसार पूर्वी चीन के जियांग्सू राज्य की राजधानी नानजिंग में सामान्य दर्द की गोली आइब्रोफेन और बुखार के सामने गोली एस्प्रिन तक का अभाव है और बाजार में रोजाना 2000000 गोलियां सफाई की जा रही है और प्रति व्यक्ति 6 गोलियां आइब्रोफेन का कोटा निर्धारित कर दिया गया है उमा की शुरुआत करने वाले चीन के वहान शहर भी एक बार फिर से कोरोना से जूझ रहा है और यह भी दवाओं की कमी है।
चीन में अभी से ही इसके लक्षण दिख रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग सिर दर्द बदन दर्द और बुखार की चपेट में आ रहे हैं ऐसे हालात में आइब्रोफ्रेंन टेबलेट की डिमांड बढ़ गई है और इसकी कमी आ गई है।
चीन में इस समय कोरोना का ओमिक्रोन वेरिएंट BA.5.2 और BF.7 तबाही मचा रहा है कोरोना का यह वैरीएंट संक्रामक और बड़ी तेजी से फैलने वाला है दुनिया के एक प्रसिद्ध महामारी विशेषज्ञ एरिक फिगर डिंग ने चेतावनी दी कि अगले 90 दिनों में चीन की 60% आबादी को हराने की चपेट में आने वाली है करीब डेढ़ अरब की आबादी वाले चीन के लिए 60% का आंकड़ा कितने लोगों को करो ना की चपेट में ले सकता है यह अनुमान लगाया जा सकता है।