नई दिल्ली/ देश में सबसे शिक्षित माने जाने वाले राज्य में एक स्कूल प्रबंधन की हरकतों ने पराकाष्ठा को पार कर दिया और स्कूल प्रबंधन की इस हरकतें पूरे देश को शर्मसार कर दिया जब भावी चिकित्सक बनने के लिए परीक्षा देने आई देश युवा बेटियां(छात्राओं) की सुरक्षा और चेकिंग के नाम पर उनके परिजनों के सामने ही उनकी ब्रा उतरवाने के बाद ही उन्हें परीक्षा की अनुमति दी गई।
घटना केरल राज्य के कॉलम जिले के मार्थोमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कॉलेज में NEET की परीक्षा का सेंटर था और रविवार को आयोजित इस परीक्षा में इस सेंटर पर परीक्षा देने पहुंची छात्राओं की सुरक्षा जांच के दौरान मेटल डिटेकटर में बीप की आवाज आने पर उन्हें रोका और जांच की तो यह भी की आवाज छात्रों द्वारा पहने गए इन वियर( ब्रा) के रूप से आ रही थी।
इस पर वहां तैनात महिला कार्मिक सहित अन्य कार्मिक में छात्राओं को अपनी ब्रा उतारने के लिए कहा इस पर छात्रा और उसके साथ आए अभिभावक ने जब विरोध किया तो महिला कर्मचारी ने कहा कि ब्रा नहीं निकाली तो परीक्षा नहीं दे पाओगी भविष्य ज्यादा जरूरी है या इन वियर(ब्रा) इसके बाद मजबूर होकर छात्रा ने अपनी ब्रा उतार कर अपनी मां को दे दी फिर उसे परीक्षा में बैठने की इजाजत मिल गई ऐसा एक छात्र के साथ ही नहीं करीब 90% से अधिक छात्राओं के साथ हुआ और उन सब की सुरक्षा के नाम पर ब्रा उतरवाई गई ।
इस घटना को लेकर एक छात्रा के पिता ने पुलिस थाने में मार्थोमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के प्रबंधन के खिलाफ एफ आई आर (FIR) दर्ज कराने के बाद यह मामला सामने आया और उजागर हुआ।
दूसरी ओर इंस्टिट्यूट प्रबंधक की ओर से इस घटना से इनकार किया है जबकि कोल्लम पुलिस चीफ केवी रवि के अनुसार उक्त घटनाक्रम को लेकर एफ आई आर दर्ज कराने की पुष्टि की है पीड़ित छात्रा के पिता द्वारा दर्ज कराई गई f.i.r. में यह शिकायत भी लिखी गई कि उनकी बेटी ने ब्रा भरा एक कमरा देखा था और परीक्षा सेंटर पर कई लड़कियां इस घटना को लेकर रो रही थी और मानसिक तौर पर अपने आप को प्रताड़ित महसूस कर रही थी लेकिन परीक्षा देना उनकी मजबूरी थी।
दूसरी ओर परीक्षा प्रोटोकॉल के हिसाब से परीक्षा केंद्र में किसी भी छात्र छात्राओं को धातु की वस्तु या सामान पहनने की अनुमति नहीं थी इस परीक्षा में धोखाधड़ी से बचने का उपाय बताया जा रहा है एडवाइजरी में बेल्ट का जिक्र तो है लेकिन ब्राउज़र सेंटर गारमेंट्स का जिक्र नहीं है।
इधर इस घटना की जानकारी के बाद सब तरफ चर्चा होने केरल सरकार की बदनामी होने पर केरल के उच्च शिक्षा मंत्री अरविंदु ने सफाई देते हुए कहा कि परीक्षा की सरकारी एजेंसी ने नहीं कराई है लेकिन जो हुआ है वह गंभीर चूक का संकेत देता है ऐसी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता हम परीक्षा सेंटर और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से शिकायत करेंगे। NTA शिक्षण संस्थानों के लिए प्रवेश परीक्षा कराती है
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