आश्रय देने की आड में पुलिस की मदद से सरकारी होम शेल्टर में सेक्स रैकेट का खुलासा

Dr. CHETAN THATHERA
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छत्तीसगढ/ प्रदेश के बिलासपुर जिले में एक सरकारी होम शेल्टर सोम में आश्रय देने और सेवा के नाम पर पुलिस के सहयोग से महिलाओं को बंदी बनाकर उनके साथ दुष्कर्म ,अत्याचार करने और शेल्टर होम मे सेक्स रैकेट चलाए जाने का मामला सामने आया है । यही नहीं संचालकों द्वारा मामले को मीडिया मैं उजागर करने और इसका खुलासा करने वाली पीड़ितों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है ।

सेवा की आड़ में सैक्स रैकेट का कारोबार

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में पीड़ित और शोषित महिलाओं को आसरा देने के लिए ‘उज्वला होम’ की स्थापना की गई थी, लेकिन यहां आसरा देने की आड़ में शेल्टर होम रह रही महिलाओं के साथ अत्याचार होने लगा। किसी तरह यहां से आजाद हुई तीन लड़कियों ने जानकारी दी कि उन पर अनावश्यक रूप से दबाव डालकर सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाता था। उन्होंने बताया कि सेन्टर में गाली गलौच और हिंसक व्यवहार तो आम बात थी।

पीड़ित महिलाओं की जुबानी

इस पूरे मामले में जब महिलाओं ने हिम्मत कर पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाही तो पुलिस ने शिकायत लिखने से भी मना कर दिया। जानकारी के मुताबिक लड़कियों द्वारा बताए जाने पर भी पुलिस दैहिक शोषण की बजाय सिर्फ मारपीट व दुर्व्यहार का मामला ही दर्ज कर रही है। आखिरकार पूरा मामला मीडिया में आया और पुलिस प्रशासन पर दबाव बना तो इस पर शिकायत दर्ज कर ली गई है। हालांकि ये भी बताया जा रहा है कि जांच की रफ्तार भी बेहद धीमी है।

पुलिस की भूमिका पर सवाल, पीडिताओं के द्वारा

पीड़ितों में एक लड़की ने बताया कि 2 महीने तक उज्जवला होम में रही। पहुंचने के चौथे दिन ही संस्था संचालक ने गलत हरकत किया। जब मैंने पुलिस में शिकायत की बता कही तो उसने कहा कि कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। इसके बाद उसने टॉर्चर करना शुरू कर दिया। इस बीच मेरे साथी के पति आए। उन्हीं की वजह से हम बाहर निकलने में कामयाब हुए हैं। जब हम थाना रिपोर्ट लिखाने गए तो वहां भी एक महिला पुलिस वाली ने हमारे बयान को बदल दिया। जब उज्जवला होम का सेक्स रैकेट सुर्खियों में आया तो पुलिस हरकत में आयी। महिला बाल विकास विभाग ने भी मामले को संज्ञान में लिया। एडिश्नल एसपी उमेश कश्यप ने कहा कि मामला काफी गंभीर है। सरकंडा के राजकिशोर नगर स्थित उज्जवला होम्स में कई युवतियां रहती हैं। सेन्टर से जुड़ी कई गंभीर शिकायतें थाने में दर्ज हुई हैं। पुलिस पूरे मामले में गंभीरता से जांच कर रही

 

 

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम