झारखंड/ कहते हैं विपत्ति यानी कि मुसीबत कहकर नहीं बिना बुलाए आ जाती है ऐसा ही कुछ प्रत्यक्ष घटित हुआ जब जमीन से हजारों फीट ऊपर आसमान के बीच में 48 जने अर्थात 48 जनों की जिंदगियां पूरी रात हवा में ही झूलती रही और उन्हें बचाने के लिए हेलीकॉप्टर से सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन खबर लिखे जाने तक जारी था।
घटना झारखंड के देवघर स्थित त्रिकुट पहाड़ पर रोप -वे की है जहां इस रोप-वे के जरिए त्रिकूट पहाड़ी पर घूमने व दर्शन के लिए आए 48 सैलानी रोप-वे की ट्रोलियां के आपस में टकराने से तारों के जल जाने से ट्रोलिया बीच में ही फस गई और इन 18 ट्रॉलियों में श्रद्धालु फस गए शाम का समय होने से रेस्क्यू नहीं हो पाया और फिर अंधेरा हो जाने से रेस्क्यू को रोकना पड़ा और इस तरह पूरी रात 48 ही जिंदगियां हवा में और डर के साए में लटकी रही सवेरा होने पर वायु सेना और एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभालते हुए हेलीकॉप्टर से बचाव कार्य शुरू किया तथा 20 घंटे बाद 12 श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया गया बचाव राहत कार्य में एयरफोर्स के भी 3 हेलीकॉप्टर लगे हुए हैं अभी भी बचाव तथा रातह कार्य जारी है तथा ट्रोलियों में फंसे हुए 36 श्रद्धालुओं को निकालने का दौर जारी है ।