नई दिल्ली । वो आ गया जिसका था इंतजार , भारत में 5G नेटवर्क दस्तक दे चुका है। एयरटेल ने घोषणा की है कि उसने हैदराबाद में एक कमर्शियल नेटवर्क पर लाइव 5 जी सर्विस देने वाली पहली टेलिकॉम कंपनी बन गई है। वहीं जियो ने कहा था कि वह 2021 की दूसरी छमाही में देश में 5G सर्विस उपलब्ध करवाएगी। ऐसे में जानना दिलचस्प रहेगा कि 5G, 4G से कैसे अलग है, और यह कैसे बदलेगा हमारा मोबाइल एक्सपीरियंस?
होता क्या है असल में 5G
5G को सेल्युलर मोबाइल सर्विस की 5वां पीढ़ी कहा जा सकता है। जो अपनी सुपर फास्ट डाटा सर्विस के चलते चर्चा का विषय बना रहता है। इसे मिलीमीटर वेब्स, स्मॉल सेल, मैसिव माइमो, बीमफॉर्मिंग और फुल डुप्लेक्स के संगम से विकसित किया गया है। इनकी मदद से उम्मीद जताई जा रही है कि इस नेटवर्क में इंटरनेट की स्पीड 1 000mbps तक पहुंचा जाएगी। मतलब 4G के मुकाबले 10-20 गुना तेज डाटा डाउनलोड स्पीड।
भारत भी इसका लाभ ले सके. इसके लिए ट्राई ने 2017 में इससे जुड़ा एक खाका तैयार किया था. इसी क्रम में एयरटेल ने दावा किया है कि उसके पास मौजूदा स्पेक्ट्रम पर मिड-बैंड में 5G नेटवर्क को चलाने की कैपेसिटी है। 5G नेटवर्क को सफल बनाने के लिए एयरटेल ने अपने पार्टनर एरिक्शन Ericsson के साथ मिलकर काम किया है। कंपनी के मुताबिक 5G सर्विस को लाने वाली एयरटेल देश की पहली कंपनी बन गई है।