भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव अक्सर अपने संघर्षों पर बात करते दिख जाते हैं। खेसारी लाल यादव ने इसी दौरान बताया कि उनका असली नाम शत्रुघ्न है लेकिन वो लोगों के द्वारा दिए गए नाम ‘खेसारी’ से इतने लोकप्रिय हो गए हैं कि अब उनके माता-पिता भी उनका असली नाम भूल गए होंगे।
उन्होंने एक बार फिर से अपने करियर के संघर्षों पर बात की है और कहा है कि उनके पास साइकिल खरीदने के लिए भी एक वक्त पैसा नहीं था लेकिन अब वो फॉर्च्यूनर से चलते हैं क्योंकि भगवान और उनके दर्शक उनके साथ हैं।
खेसारी लाल यादव ने भोजपुरी गॉसिप नामक मीडिया संस्थान को दिए एक इंटरव्यू में ये बातें कही हैं। उन्होंने कहा, ‘जब मैं यहां आया तब मेरे पास न अच्छी शक्ल थी और न ही बॉडी। मैं उस वक्त 35 किलो का ही था। मेरे पास कुछ नहीं था, न ही मुंबई में मेरा कोई अपना था। मैं यहां तक आया तो ये लोगों का प्यार है।’
वो आगे बोले, ‘मैं अपनी भगवान स्वरूप जनता के गोद में खेलता हूं अब। मेरे पास कुछ था नहीं, मैंने मेहनत की और भगवान ने मुझे दो पैसे दे दिए। साइकिल चलाने की औकात नहीं थी भगवान ने कहा कि फॉर्च्यूनर खरीद ले, अच्छी गाड़ी थी तो मैंने खरीद ली। आगे भी क्या क्या खरीदूंगा, भगवान जानें। आगे भी लोगों के बदौलत ही खरीदने वाला हूं कुछ भी।’
अपने नाम को लेकर खेसारी बोले, ‘जहां तक नाम का सवाल है, मेरा नाम तो शत्रुघ्न है। मेरे नाम से मुझे कोई नहीं जानता। ये दुनिया ने मुझे नाम दे दिया ‘खेसारी’ इससे बड़ी कोई कमाई नहीं है। उसी नाम से दुनिया मुझे जान रही है। मेरे मां बाप ने जो नाम दिया, मुझे लगता है वो भी उस नाम को भूल गए होंगे।’