मुबंई/ दिवंगत मैसूर म्यूजिक सॉन्ग वाजिद खान की पत्नी कमल रुकने ससुराल वालों पर जबरन इस्लाम अपनाने के लिए प्रताड़ना देने के आरोप के बाद एक और खुलासा किया है कि वह और वाजिद पिछले 6 सालों से अलग अलग रह रहे थे और उनका तलाक नहीं हो पा रहा था।
एक साक्षात्कार में कमलरुख ने कहा- ‘वाजिद खान ने 2014 में तलाक का केस फाइल किया था, लेकिन ये तलाक हो नहीं पाया। मेरा अभी भी तलाक नहीं हुआ है।’ उन्होंने आगे कहा- ‘पिछले कुछ साल से वाजिद खान अपने किए पर शर्मिंदा थे। जो भी हुआ वह उस पर काफी शर्मिंदा थे। उन्होंने मुझसे माफी भी मांगी थी।’
जबरन इस्लाम अपनाने का आरोप
कमलरूख ने लव जिहाद पर भी अपना दुख लोगों के साथ शेयर किया था । कमलरुख ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा था। पोस्ट का शीर्षक है-‘अंतर जातीय विवाह पर मेरा व्यक्तिगत अनुभव। उन्होंने लिखा- ‘मैं पारसी थी और वह मुस्लिम थे। हम दोनों कॉलेज स्वीटहार्ट थे। हमने शादी भी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत की थी। एक पढ़ी-लिखी स्वतंत्र महिला, जिसका एक मत है वह उनके दिवंगत परिवार को स्वीकार नहीं थीं।
मैंने इस्लाम कबूल करने से मना कर दिया, इस कारण उनके और वाजिद के बीच दूरियां काफी बढ़ गई थी। इस कारण वाजिद उनसे और अपने बच्चों से दूर चले गए। इन सभी का नतीजा ये हुआ कि मुझे अपने पति के परिवार से बेदखल कर दिया। वाजिद के परिवार ने कई हथकंडे अपनाए। मुझे तलाक की धमकी दी। मैं टूट गई, मुझे धोखा मिला था।’
विदित है की वाजिद खान को सेहत खराब होने के बाद 31 मई, 2020 को अस्पताल में एडमिट कराया गया और अगले ही दिन यानी 1 जून, 2020 को उनका निधन हो गया।