इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 19 को, कहां और किन-किन राशियों पर होगा असर

Dr. CHETAN THATHERA
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भीलवाड़ा/ इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण आगामी 19 नवंबर को होगा जो सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 5बजकर 33 मिनट तक रहेगा ।। हालांकि इस ग्रहण का भारत पर आंशिक असर होगा यह ग्रहण भारत में कहां कहां दिखेगा और किन किन राशियों पर इसका प्रभाव होगा आइए जानते हैं ज्योतिष नगरी कारोई के पंडित ज्योतिष डॉक्टर गोपाल लाल उपाध्याय से।

ज्योतिष डाॅ गोपाल उपाध्याय ने बताया की इस ग्रहण कि भारत पर आशिंक असर रहेगा।वहीं अमेरिका, आस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और उत्तरी यूरोप में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।इस ग्रहण का कई राशियों पर भी असर देखने को मिलेगा।इसमें वृषभ राशि वालों को सावधान रहने की जरुरत है। इसके अलावा कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए मिला जुला असर देखने को मिल सकता है।

ज्योतिष डां उपाध्याय ने बताया की यह चंद्र ग्रहण कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर वृष राशि व कृतिका नक्षत्र में लगेगा। कृतिका नक्षत्र सूर्य देव का नक्षत्र है जबकि वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं। इस प्रकार यह ग्रहण चंद्रमा, सूर्य और शुक्र ग्रह से संबंधित लोगों पर विशेष रूप से प्रभाव डाल सकता है। इस राशि के जातकों को किसी से वाद-विवाद और फिजूल खर्चों से बचने की सलाह दी जाती है। अगर ग्रहण के दिन  वृष राशि के जातक ईश्वर का ध्यान करेंगे तो मन शांत रहेगा और आने वाली आपत्तियां भी टल जाएंगी।वही चंद्रमा, सूर्य और शुक्र से प्रभावित राशियों को भी ध्यान देना होगा।

ज्योतिष डाॅ गोपाल उपाध्याय केअनुसार यह चंद्र ग्रहण 19 नवंबर शुक्रवार को सुबह 11 बजकर 34 मिनट में लगेगा और शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।हालांकि इसका असर पूरे भारत पर नहीं दिखाई देगा। यह अरुणाचल प्रदेश और असम के चरम उत्तर-पूर्वी हिस्सों से चंद्रोदय के ठीक बाद बहुत कम समय के लिए दिखाई देगा। वहीं अमेरिका, आस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और उत्तरी यूरोप में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।

यह उपछाया चंद्र ग्रहण होगा, इसे खंडग्रास माना जा रहा है ऐसे में पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने पर ही सूतक काल मान्य होता है, चूंकि यह उपछाया चंद्र ग्रहण है इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा। लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

इस चंद्र ग्रहण से प्रकृति में अनेक बदलाव देखने को मिलेंगे रिकॉर्ड तोड़ उत्तरी भारत में बर्फबारी व शीतलहर देखने को मिलेगी आमजन को संक्रमित रोगों से विशेष सावधानी रखनी होगी पश्चिमी देशों में भी अनेक बदलाव दिखेंगे कहीं बर्फबारी तो कहीं शीतलहर का प्रकोप रहेगा

इससे पहले साल का पहला चंद्रग्रहण 26 मई 2021 और सूर्यग्रहण 10 जून 2021 लग चुका है, हालांकि दोनों का भारत में आंशिक असर देखने को मिला था।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम