पुत्री मंजू ने अपने पिता के अंतिम संस्कार की सभी रस्में अदा करने का बीड़ा उठाया
भरतपुर(राजेन्द्र जती)। सा कौन सा काम है जिसे बिटिया नहीं कर सकती । सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान बेटियों द्वारा सार्थक किया जा रहा है और सरकार द्वारा बेटियों को दिए जा रहे बढ़ावे से उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ता जा रहा है ।
ऐसा ही एक नजारा भरतपुर में एक बहादुर बेटी द्वारा किये गए साहसिक कार्य से देखने को मिला जिसने अपने पिता के स्वर्गवासी होने पर अंतिम संस्कार की पूरी रस्में निभाई ।
बेटी मंजू ने अपने पिता मथुरा प्रसाद को मुखाग्नि देकर रूढ़िवदी परंपराओं को भी खत्म करने की सार्थक पहल की ।
भरतपुर की एसटीसी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में मथुरा प्रसाद का असाध्य बीमारी से निधन हो गया था । मथुरा प्रसाद को कोई पुत्र नहीं होने पर उनके अंतिम संस्कार को लेकर लोगों में चर्चाए होने लगी और कौन उनका अंतिम संस्कार करेगा इसी पर काफी देर तक गहमागहमी बनी रही । इसी गहमागहमी के बीच मथुरा प्रसाद की पुत्री मंजू ने अपने पिता के अंतिम संस्कार की सभी रस्में अदा करने का बीड़ा उठाया और कहा कि अपने पिता को अंतिम विदाई वह स्वयं देगी ।
मंजू ने अपने पिता मथुरा प्रसाद को कंधा दिया साथ ही नई मंडी श्मशान घाट पहुंचकर अंतिम संस्कार की पूरी रस्मे अदा की । मंजू ने अपने स्वर्गवासी पिता को मुखाग्नि देकर उनकी आत्मा शांति की प्रार्थना की ।
बिटिया मंजू द्वारा मुखाग्नि देने से लोगों में चर्चाएं होने लग गई और उसकी हौसला की तारीफ भी लोगों द्वारा की गई ।