उद्योगपति राहुल बजाज (Industrialist Rahul Bajaj) भारत के ऐसे यशस्वी उद्यमी हैं, जो अनेकानेक रूप से प्रतिभा संपन्न हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने कारोबारी कौशल के लिए जाने जाते हैं बजाज के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का आज पुणे (Pune) में निधन हो गया. वे 84 साल के थे. बजाज लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे. उनके निधन की खबर आते ही सोशल मीडिया (Media) पर लोगों ने श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया है.
उनका जन्म 10 जून, 1938 को कोलकाता (Kolkata) में मारवाड़ी बिजनेसमैन कमलनयन बजाज और सावित्री बजाज के घर हुआ था. बजाज और नेहरू परिवार में तीन जनरेशन से फैमिली फ्रैंडशिप चली आ रही थी. राहुल के पिता कमलनयन और इंदिरा गांधी कुछ समय एक ही स्कूल में पढ़े थे.
भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति राहुल बजाज की जीवनी के बारे में बताएंगे।
भारत के दस प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों में से एक बजाज समूह भी है और राहुल बजाज इसके चेयरमैन हैं। बजाज समूह ने स्वचालित वाहनों की विविध शृंखलाएं उपभोक्ताओं को प्रदान की हैं इसके अलावा घरेलू उपकरण, वैद्युतीय उपकरण, लौह एवं इस्पात, बीमा पर्यटन और वित्तीय कारोबार भी बजाज समूह के द्वारा संपादित किए जाते रहे हैं। राहुल बजाज भारत के ऐसे यशस्वी उद्यमी हैं, जो अनेकानेक रूप से प्रतिभा संपन्न हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने कारोबारी कौशल के लिए जाने जाते थे।
राहुल बजाज हार्वर्ड, सेंट स्टीफेंस और कैथोड्रल के भूतपूर्व छात्र रहे हैं। इन्होंने 1965 में बजाज समूह का उत्तराधिकार पूर्ण जिम्मेदारी व निष्ठा के साथ ग्रहण किया गया था। इनकी नेतृत्व क्षमता में बजाज ऑटो का कारोबार 72 मिलियन से 46.16 बिलियन तक पहुंच गया। लाइसेंस और परमिट राज जब भारत में कायम था, उस समय राहुल बजाज ने भारत की श्रेष्ठ कंपनियों को गठित किया और उन्हें सफलता के साथ चलाया भी।