जयपुर। मुस्लिम तन्जीमों, इदारों और बुद्धिजीवियों की अम्ब्रेला तन्जीम मुस्लिम प्रोग्रेसिव फेडरेशन कोर कमेटी की चार दरवाजा स्थित फेडरेशन के ऑफिस में आपात बैठक आयोजित की गई। यह मीटिंग राजस्थान वक्फ बोर्ड चेयरमैन के चुनाव और दरगाह कब्रिस्तान मोती डूंगरी में बनने वाले अल्पसंख्यक हाॅस्टल के मुद्दे पर आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता फेडरेशन के संयोजक अब्दुल सलाम जौहर ने की। बैठक में उक्त मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में उक्त मुद्दों पर तय किया गया कि फेडरेशन की राय का स्पष्टता से इज़हार होना चाहिए। इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर अपनी मांग बताई गई।
बुधवाली बने बोर्ड चेयरमैन
मीटिंग के बाद जारी बयान में संयोजक अब्दुल सलाम जौहर ने बताया कि इस बैठक में हमने सहमति से दो निर्णय लिए। पहला मुख्यमंत्री वक्फ बोर्ड चेयरमैन किसी ईमानदार, काबिल, वक्फ जायदाद की फिक्र व हित रखने वाले को बनाएं, अगर मुख्यमंत्री निवर्तमान चेयरमैन डाॅक्टर खानू ख़ान बुधवाली को पुनः चेयरमैन बनाते हैं, तो फेडरेशन मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत करती है।
कमेटी गठित करने का सुझाव
दूसरा, दरगाह कब्रिस्तान मोती डूंगरी में बनने वाले अल्पसंख्यक हाॅस्टल के मुद्दे पर फेडरेशन ने एक कमेटी गठित करने का सुझाव दिया है। इस कमेटी में मुफ्ती अब्दुल सत्तार, मुफ्ती जाकिर नोमानी और मुफ्ती ख़ालिद मिस्बाही को शामिल करने का सुझाव दिया है, ताकि यह तीनों मुफ्ती शरई एतबार से अपनी राय दें और सरकार उन्हीं की राय से काम करे।
इस कमेटी में वक्फ बोर्ड चेयरमैन, डायरेक्टर अल्पसंख्यक निदेशालय और शहर जयपुर के दो मुस्लिम विधायकों (अमीन कागजी किशनपोल और रफीक ख़ान आदर्श नगर) को भी शामिल रहने का सुझाव दिया है, ताकि इन मुफ्ती किराम की राय यह लोग सरकार को बताएं और उसी शरई राय के मुताबिक हाॅस्टल की तामीर का फैसला लिया जाए।
बैठक में यह रहे शामिल
मीटिंग में फेडरेशन के सह संयोजक हाजी सय्यद अनवर शाह, कोर कमेटी मेम्बर हाजी निजामुद्दीन, मुफ्ती ख़ालिद मिस्बाही, एम फ़ारूक़ ख़ान, आदिल खान, मैमूना नरगिस और सय्यद अशफ़ाक नकवी शरीक हुए। सभी की सहमति से उक्त निर्णय लिए गए।