Sultan Jhota: हरियाणा के कैथल जिले का सुल्तान झोटा अब इस दुनिया में नहीं रहा। सुल्तान की एक मेले में करीब 21 करोड़ रुपये कीमत लगी थी मगर मालिक नरेश ने उसे बेचने से इनकार कर दिया था। सुल्तान को मालिक अपने बच्चों से भी ज्यादा प्यार करता था।
अब उसके चले जाने से मालिक नरेश बेहद दुखी हैं। सुल्तान का दिल का दौरा पड़ने से 14 साल की उम्र में निधन हो गया। घर में मातम पसरा हुआ है, मालिक नरेश कभी खूंटे तो कभी सुल्तान की तस्वीर को निहारते रहते हैं।
सुल्तान झोटा के मालिक नरेश ने कहा कि कैथल के बुढ़ाखेड़ा गांव को पहले कोई नहीं जानता था मगर जब से सुल्तान इस गांव में आया तब से गांव की पहचान बन गई।
सुल्तान झोटा केवल हरियाणा पंजाब के ही नहीं बल्कि देशभर के पशु मेले में गया और वहां पर चैंपियन बनकर लौटा। उसकी खूबसूरती का कोई जवाब नहीं था। उसने मुझे देशभर में फेमस कर दिया। उसके अहसान को मैं जिंदगी भर नहीं चुका सकता।
भरे गले से मालिक नरेश ने कहा कि इतना दुख तो तब भी नहीं होता जब कोई इंसान दुनिया से चला जाता है मगर सुल्तान के जाने से मेरी दुनिया ही अधूरी हो गई।
सुल्तान झोटा बेहद लग्जरी लाइफ जीता था, सुल्तान रोज दस किलो दूध पीता था तो करीब 15 किलो सेब खाता था। सर्दियों में दस किलो गाजर रोजाना खाता था। इसके अलावा ड्राई फ्रूट और अन्य तरह के उत्पाद उसके लिए स्पेशल तैयार किए जाते थे।
केले और घी की खुराक उसके लिए अलग से थी। सुल्तान की रोजाना की खुराक का खर्चा करीब 2000 से ज्यादा था। किसी किसी दिन 3 से 4 हजार रुपये तक खर्च किए जाते थे।
सुल्तान झोटा करीब छह फीट ऊंचा था तो उसका वजन डेढ़ टन था। 2013 में वह चैंपियन बना था। देशभर में उसके सीमन की मांग थी और करीब एक डोज ही 310 रुपये में बिकती थी।
सुल्तान झोटा करीब हर साल मालिक को एक करोड रुपये कमाकर देता था। सुल्तान झोटा की एक मेले में अफ्रीका के एक किसान ने 21 करोड़ रुपये कीमत लगाई थी मगर मालिक नरेश ने देने से इनकार कर दिया।
सुल्तान झोटा के मालिक नरेश का कहना है कि सुल्तान जैसा कोई नहीं हो सकता। बता दें कि सुल्तान विस्की पीने का भी शौकीन था।