Bharatpur /राजेन्द्र शर्मा जती। एलएचवी एएनएम संघ आॅफ राजस्थान के द्वारा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं महिला स्वास्थ्य दार्शिका का पदनाम नर्सेज व ग्राम विकास अधिकारी की तर्ज पर करने की मांग को लेकर संगठन की प्रदेश अध्यक्ष कमला मीना, प्रदेश महामंत्री नफीसा बानो, प्रदेश मंत्री संतोष प्रितिहार के नेतृत्व में संगठन सदस्यों ने कैबिनेट मंत्री भंवर सिंह भाटी, गृह राज्य
मंत्री भजन लाल जाटव, प्रमुख शासन सचिव स्वास्थ्य अखिल अरोडा, सिद्धार्थ महाजन हैल्थ सचिव नरेश ठकुराल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन दिया।
इस मौके एलएचवी एएनएम संघ राजस्थान की प्रदेश अध्यक्ष कमला मीणा ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिकल्याण मंत्रालय नर्सिंग अनुभाग राजस्थान सरकार एवं विभिन्न राज्यों में नर्सेज का एवं ग्रामीण विकास अधिकारी का पदनाम परिवर्तन कर दिया तथा राजस्थान के विभिन्न विभागों एएनएम एलएचवी के समकक्ष ग्रेड पे वाले कार्मिकों को अधिकारी आॅफिसर के नाम से जाना जाता
है।
ज्ञापन में बताया गया कि राजस्थान में सबसे पहले महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा पदनाम परिवर्तन की पहल की गई मगर राज्य सरकार द्वारा
पदनाम परिवर्तन पर विचार नहीं किया गया।
जिसके कारण महिला कैडर में घोर निराशा है। सामाजिक स्तर पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं महिला स्वास्थ्य दार्शिका का पदनाम परिवर्तन कर दिया जाता है। तो महिला केडर क कोरोना काल में मान-सम्मान बढेगा और राज्य सरकार पर किसी भी तरह का कोई वित्तीय भार नहीं बढेगा।
जैसा कि राजस्थान सरकार ने नर्सेज दिवस पर नर्स
ग्रेड द्वितीय का नर्सिग ऑफीसर नाम परिवर्तन कर दिया गया और नर्स ग्रेड प्रथम का सीनियर नर्सिग ऑफीसर कर दिया गया जबकि महिला स्वास्थ्य
कार्यकर्ता एवं महिला स्वाथ्य दर्शिका का पदनाम परिवर्तन नही किया गया।
जिससे महिला केंडर मे घोर निराशा छाई हुई है।
इन्है देखते हुए संगठन ने मांग की है कि बिना वित्तीय भार की मांग को एक्सलरी नर्स मिडवाइफ के सम्मान एवं स्वाभिमान को देखते हुए नर्सेज एवं
ग्राम विकास अधिकारी की तर्ज पर एएनएम का पदनाम पब्लिक हैल्थ नर्स आॅफीस एवं एलएचवी का सीनियर सर्किल हैल्थ नर्स आॅफीसर करवाने की मांग की गई है।
उन्होने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में एक ही महिला कैडर है जो पंचायती राज के अधीन धरातल पर सेवाएं देती है। एएनएम एलएचवी का नाम परिवर्तन कर दिया जाता है तो महिला कर्मचारी में कोरोना काल के समय पर महिला कैडर में मान सम्मान बढेगा। जिससे राजस्थान सरकार पर कोई वित्तीय भार नहीं आएगा।
प्रदेश अध्यक्ष कमला मीणा ने बताया कि अगर राज्य द्वारा संघ की मांगों पर गौर नही किया जाता है तो आने वाले समय मे महिला केडर सड़को पर उतारने पर मजबूर हो जाएगी। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष कमला मीणा, महामंत्री नफीस
बानो, मंत्री संतोष प्रीतिहार सहित अनेक महिला कार्यकर्ता मौजूद रही।