Jaipur News । विगत् तीन महीने से कोरोना महामारी के कारण आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही देश की जनता को केन्द्र सरकार ने पिछले 23 दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि कर गहरे आर्थिक संकट में डाल दिया है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें दशक के सबसे निचले स्तर पर होने के बावजूद भी भाजपा सरकार जनता पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डाल रही है। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कम कीमतों का लाभ देश की जनता को मिलना चाहिए था, परन्तु केन्द्र की भाजपा सरकार पूरी तरह से मुनाफाखोरी पर उतारू हो गई है।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा उक्त विचार 29 जून, 2020 को जयपुर में प्रात: 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित धरने के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के दामों में जो वृद्धि की गई है वह विगत् 70 वर्षों में अप्रत्याशित है। उन्होंने कहा कि जब किसी चीज की अधिक आवश्यकता होती है तो उसके दामों में वृद्धि कर केन्द्र सरकार मुनाफाखोरी का अवसर नहीं छोड़ती है।
उन्होंने कहा कि देश में पेट्रोल-डीजल के पर्याप्त भण्डारण उपलब्ध है, दुनियाभर में क्रूड ऑयल की कीमतों का असर देखने को मिल रहा है वहां की सरकारों ने पेट्रोल-डीजल की गिरी कीमतों का लाभ आमजनता को देकर उसकी सहायता करने का काम किया है, परन्तु हमारे देश में सरकार द्वारा अप्रत्याशित वृद्धि कर महंगाई को बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती कीमतों ने सबसे ज्यादा चोट गरीब व मध्यम वर्ग को पहुँचायी है।
सचिन पायलट ने कहा कि देश में कोरोना महामारी के कारण लोगों को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लोगों के रोजगार छिन रहे है, देशभर में मंदी चल रही है तब भी भाजपा की केन्द्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी इजाफा किया है जो आज तक किसी सरकार ने नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों का असर सीधे परिवार के मासिक खर्च पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि डीजल की कीमतों में बढ़त होने से माल-भाड़ा महंगा होगा और महंगाई चरम सीमा पर पहुँचेगी।
सचिन पायलट ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार को कोरोना महामारी के कारण आर्थिक रूप से जूझ रही आमजनता को पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को वापस लेकर राहत देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी धरना नही दे सकता लेकिन उसकी आवाज कांग्रेस पार्टी उठायेगी।
सचिन पायलट ने चीन के मुद्दे पर कहा कि प्रधानमंत्री तथा रक्षा मंत्रालय के बयानों में विरोधाभास साफ नजर आता है। उन्होंने कहा कि आज हमारी सरहदों पर अतिक्रमण हो रहा है। देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए हमारे 20 जवान शहीद हो गए हैं, उनकी शहादत व्यर्थ नही जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी लगातार प्रधानमंत्री जी से यह बोल रहे हैं कि विरोधी देश को जबाब देना होगा। हम आपके साथ खड़े हैं पूरा देश आपके साथ खड़ा है।
धरने में मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, प्रताप सिंह खाचरियावास, रमेश मीणा, राजेन्द्र यादव, ममता भूपेश, मुख्य सचेतक डॉ.महेश जोशी, विधायक रफीक खान, मुकेश भाकर, गोपाल मीना, प्रशांत बैरवा, बाबूलाल नागर, आलोक बेनीवाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री गोपाल सिंह शेखावत, उपाध्यक्ष मुमताज मसीह, डॉ. खानू खाँ बुधवाली, संगठन महासचिव महेश शर्मा, महासचिव सुशील शर्मा, डॉ. अजीत सिंह शेखावत, घनश्याम मेहर, ज्योति खण्डेलवाल, बालकृष्ण खींची, प्रवक्ता सुरेश चौधरी, सचिव राजेश चौधरी, प्रशान्त शर्मा, रमा बजाज, अयूब खान, बिरदीचंद शर्मा, आर.सी. चौधरी, महेश शर्मा दौलतपुरा, सुनील पारवानी, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष आबिद कागजी, एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनियां, अखिलेश अत्री, विक्रम सिंह चूरू सहित अनेक कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के पश्चात् कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मण्डल ने जयपुर जिला कलक्टर को माननीय राष्ट्रपति महोदय के नाम का ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मण्डल में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव महेश शर्मा, जयपुर देहात जिलाध्यक्ष एवं मंत्री राजेन्द्र यादव, महासचिव ती ज्योति खण्डेलवाल, बालकृष्ण खींची, घनश्याम मेहर, विधायक गंगा देवी, प्रवक्ता सुरेश चौधरी तथा सचिव मोहन डागर शामिल थे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार सोमवार, 29 जून, 2020 को प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर प्रात: 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार की जा रही अप्रत्याशित वृद्धि के विरोध में धरने का आयोजन किया गया।
धरने के पश्चात् जिले के प्रमुख कांग्रेसजनों द्वारा जिला कलक्टर या उपखण्ड अधिकारी को माननीय राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किए गए। कांग्रेस पार्टी द्वारा आज सोशल मीडिया के माध्यम से “Speak-Up on Petroleum Prices” ऑनलाइन अभियान भी चलाया गया जिसमें कांग्रेसजनों ने सोश्यल मीडिया के माध्यम से पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को वापस लेने का आग्रह देश के प्रधानमंत्री से किया।