Bhilwara News। शहर के जिला मुख्यालय पर स्थित महात्मा गाँधी अस्पताल में गत 2 जून को कोरोना पॉजिटिव महिला की रिपोर्ट के एक घंटे पहले आपरेशन कर देने के मामले मे गठित जांच कमेटी ने दो चिकित्सको सहित 4 जनो को दोषी माना है और अपनी रिपोर्ट आज सौपं दी ।
विदित है की गत 2 जून को एक महिला(23) के ब्रेस्ट मे छोटी की गांठ थी जिसको भर्ती कर आपरेशन करना था । कोरोना के चलते किसी भी रोगी का आपरेशन करने से पहले ऊसका कोरोना सैंपल लेकर जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आपरेशन किया जाता है लेकिन इस महिला की रिपोर्ट 2 जून को दिन मे दीपहर 11-12बजे तक आनी थी और ऐसी एमरजेंसी भी नही थी उसके बाद भी चिकित्साको ने रिपोर्ट का इंतजार भी नही किया और रिपोर्ट आने के एक घंटे पहले ही आपरेशन कर दिया और एक घंटे बाद आई रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई ।
रिपोर्ट पॉजिटिव आते हक हडकंप मच गया था और सभी 8 चिकित्सको , नर्सिग स्टाफ सहित 36 जनो को क्वारंटाइन किया तथा अस्पताल के सभी 5 आपरेशन थियेटर बंद कर दिए तथा सर्जिकल वार्ड जिसमे वह महिला भर्ती थी ऊसे खाली करा सीज किया ।
इस मामले की जांच के लिए पीएमओ डाॅ अरूण गौड ने एक जांच कमेटी गठित की इस जांच कमेटी ने हर पहलू को जांचा , अलग-अलग बयान लिए और इस निर्णय परपहुंचे की डाॅ रीटा वर्मा और उनको यूनिट के डाॅ आनन्द अग्रवाल तथा आपरेशन थियेटर इंचार्ज दिनेश सोनी व ऐनेथिसिया देने वाले वीरेन्द्र को प्रथम दृष्टया दोषी माना है ।
उधर सूत्रो के अनुसार आपरेशन थियेटर इंचार्ज दिनेश सोनी ने तो कमेटी को लिखित मे भी दिया बताते है की उनाहोने चिकित्सको को मना किया था की कोरोना की रिपोर्ट आने के बाद करेंगे आपरेशन लेकिन चिकित्सक नही माने ।
इनकी जुबानी
जब इस संबध में पूछा तो बात को टाल दिया और यह दिया बयान रिपोर्ट मिल गई है सभी को एक दिशा निर्देश जारी कर दिए है की आईएमआरसी की गाइडलाइन के अनुसार ही आपरेशन करे ।
डाॅ अरूण गौड
पीएमओ, महात्मा गांधी अस्पताल भीलवाड़ा