Tonk News/ Dainik reporter- शिक्षक व शिक्षार्थियों के मूल्यनिष्ट जीवन से ही मूल्यनिष्ट राष्ट्र का निर्माण संभव है जिसके लिए वर्तमान भौतिक शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक प्राचीन शाश्वत मूल्य शिक्षा जरूरी है। उक्त उदगार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के राजयोगी ब्रह्माकुमार प्रहलाद भाई ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अमीनपुरा मे चल रहे एसयूपीडब्ल्यू एवं समाज सेवा शिविर में व्यक्त किए।
उन्होंने मूल्यनिष्ट समाज की पुन: स्थापना विषय पर शिक्षक व शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन को आध्यात्मिक शिक्षा द्वारा ही चरित्रवान हेल्दी वेल्थी हैप्पीनेस बनाया जा सकता है।
उन्होंने जादुई खेल के माध्यम से आध्यात्मिकता को अपने जीवन में उतारने की कला सिखाई। इस मौके पर ब्रह्माकुमार रामलाल भाई ने ब्रम्हाकुमारी संस्थान का परिचय देते हुए संस्थान द्वारा विश्व भर मानव कल्याण के लिए की जा रही सेवाओं के बारे में अवगत कराया