जयपुुुर। लोकसभा और राज्यसभा में 22 दिनों तक गतिरोध बनाए रखने और कांग्रेस सांसदों के गैरलोकतांत्रिक रवैये के विरोध में गुरूवार को प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर भाजपा सांसदों और मंत्रियों के नेतृत्व में उपवास किया गया। इस दौरान राजधानी में भाजपाई सांसद रामचरण बोहरा के नेतृत्व में उपवास पर बैठे। यहां उपवास कार्यक्रम सुबह 10 से शाम 5 बजे तक किया गया था किन्तु इसे संशोधित कर शाम चार बजे ही समाप्त कर दिया गया।
गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस नेताओं की ओर से किए गए एक दिवसीय उपवास के बाद भाजपा नेताओं ने भी उपवास की रणनीति बनाई थी। इस कडी में सभी सांसदों को उपवास कार्यक्रम का नेतृत्व सौंपा गया था। प्रदेश में भाजपा के 23 लोकसभा और 10 राज्यसभा सांसद है। ऐसे में प्रदेशभर में उपवास कार्यक्रम का नेतृत्व इन्हे ही करना था किन्तु कुछ सांसदों के कार्य में व्यस्त होने तथा कुछ के प्रदेश से बाहर होने के कारण उपवास कार्यक्रम प्रदेश के मंत्रियों के नेतृत्व में किया गया। उपवास के साथ ही एक दिवसीय धरना भी दिया गया।
उपवास कार्यक्रम और धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधा तथा कहा कि जनता ने सभी को चुनकर अपनी समस्याएं केन्द्र के सदनों में उठाने के लिए भेजा था किन्तु कांग्रेस सांसदो के अलोकतांत्रिक रवैये के कारण संसद 22 दिनों तक ठप रही। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री ने कई बार बातचीत कर सदन चलाने की पहल की किन्तु कांग्रेस के सांसद सदन चलाना ही नहीं चाहते थे। ऐसे में गतिरोध बनाए रखा और सदन में जनता से जुडे मुद्दे नहीं उठाए जा सके।
विधायक भी हुए शामिल
राजधानी में जिला कलेक्ट्रेट के समक्ष हुए कार्यक्रम में जयपुर शहर व देहात के विधायकों ने भी हिस्सा लिया। हालांकि अधिकांश विधायक व जनप्रतिनिधि धरने में कुछ देर ही रुके। कार्यक्रम का नेतृत्व सांसद रामचरण बोहरा ने किया तथा यहां देशभक्ति गीतों के माध्यम से कार्यकर्ताओं में जोश भरा गया। भीषण गर्मी के कारण भाजपा नेता भीड जुटाने में नाकाम रहे। इसके चलते धरना स्थल पर पदाधिकारियों के अलावा कुछेक ही कार्यकर्ता नजर आए। धरने में विधायक नरपत सिंह राजवी का शामिल होना चर्चा का विषय बना रहा।