जयपुर
सिक्कों को लेकर आम जनता के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। रिजर्व बैंक के आदेश के बाद भी न सिर्फ व्यापारी बल्कि बैंक भी इन्हें लेने से इनकार कर रहे हैं। हालांकि बैंकों में पहले भी लोग सिक्के कम ही जमा करवाते थे लेकिन जब से बाजार में इनकी अस्वीकार्यता बढ़ी है जब से लोग बैंक में जमा करवाने की कोशिश करे रहे हैं लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है।
खास बात यह है कि सामान लेने के बाद व्यापारी खुले पैसे देने में कोई हिचक नहीं कर रहे हैं लेकिन लेने के वक्त हाथ खींच रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि उनके पास सिक्कों का भंडार हो गया है, ऐसे में वे और सिक्के लेकर कहां रखे। उनकी पूंजी डंप हो रही है। वैसे ऐसा नहीं है कि बाजार में सभी व्यापारी सिक्के लेने से मना कर रहे हैं, खास कर छोटे कारोबारी इन्हें स्वीकार कर रहे हैं लेकिन उनकी संख्या कम ही है। रिजर्व के अफसरों ने इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन उनका कहना था कि सिक्कों को लेने से कोई इनकार नहीं कर सकता है।
बैंक की अपनी समस्याएं
राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव महेश मिश्रा का कहना है कि सिक्के नहीं लेना गलत है लेकिन बहुत सी शाखाएं ऐसी है जहां नाम मात्र का स्टाफ है, ऐसे में सिक्के गिने कौन। वैसे बैंकों में नकदी लाने ले जाने के लिए कैश एडमिस्ट्रेशन सेल बना हुआ है जो बैंकों को जरूरत के हिसाब से नकदी की सप्लाई करता है और शाखा में रखा सरप्लस ले जाता है लेकिन यह भी शाखाओं से सिक्के नहीं ले जा रहा है।