नई दिल्ली।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 20 जवान शहीद हो गये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवादी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है। उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। हताहतों की संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है।
विस्फोट में कई लोग घायल हो गये। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट की घटना श्रीनगर जम्मू राजमार्ग पर अवंतिपुरा इलाके में हुई। घायल जवानों को सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद सुरक्षा बल मौके पर पहुंच गये और इलाके की घेराबंदी कर दी गयी है।
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुलवामा में सीआरपीएफ (CRPF) पर हुए आतंकी हमले में करीब 40 से ज्यादा जवानों के शहीद होने की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद एक तरफ जहां पूरे देश में शोक की लहर है तो वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक नेताओं ने इसे कायरपूर्ण कार्रवाई करार दिया है। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बात की है।
सीआरपीएफ हमले की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा- “पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला एक निंदनीय घटना है। मैं इस कायरपूर्ण हमले की आलोचना करता हूं। हमारे वीर जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। शहीद जवानों के परिजानों के साथ पूरा देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। घायल जल्द स्वर्थ हो जाएं।”
उधर, पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमले और उसके बाद की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ बात की।
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार ने के. विजय कुमार ने मीडिया से बात करते हुए यह बताया- “जहां तक शहीद हुए जवानों की बात है तो मुझे शुरुआत में यह बताया गया कि इनकी संख्या 18 थी और तीन जवानों की गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से बातचीत की और सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकवादियों के घातक हमले के बाद की राज्य की स्थिति का जायजा लिया । अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बिहार में शुक्रवार का अपना कार्यक्रम भी रद्द कर दिया । वह जम्मू कश्मीर जा सकते हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृहमंत्री ने राज्यपाल से बाचतीत की जिन्होंने उन्हें राज्य की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया। सिंह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक आर आर भटनागर से भी बातचीत की और उन्हें जरूरी निर्देश दिये। गृह मंत्रालय स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है।
पुलवामा में सीआरपीएफ हमले के बाद बनी स्थिति पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल निगरानी कर रहे हैं और सीनियर सीआरपीएफ अधिकारी उन्हें लगातार स्थिति से अवगत करा रहे है। उधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह की शुक्रवार को पटना में होनेवाली रैली रद्द कर दी गर्ई है। वे अब शुकआवार को श्रीनगर जाएंगे। इससे पहले, उन्होंने पुलवामा हमले को लेकर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से बात की।