नई दिल्ली। अगले साल में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता और महागठबंधन के विचार को एक और झटका लगा है। भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन से इनकार कर दिया है। सीपीएम का यह निर्णय दिल्ली में संपन्न तीन दिवसीय केंद्रीय समिति की बैठक में लिया गया।
बैठक सोमवार को समाप्त हुई। पार्टी ने अप्रैल में हुई अपने राष्ट्रीय सम्मेलन के फैसले को बरकरार रखा है। अप्रैल में सीपीएम ने कांग्रेस से चुनाव से पहले किसी भी तरह के गठबंधन से दूर रहने और चुनाव के बाद विकल्पों को खुले रखने का फैसला लिया था। सीपीएम का फैसला बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता के लिए एक झटके के समान है।
इस फैसले की वजह से बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता पर सवाल उठने तय हैं। अगले महीने होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन किसी भी तरह का आकार लेने में नाकाम रहा। बीएसपी और सपा भी कांग्रेस को झटका दे चुकी हैं। मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इन दलों को अपने साथ लाने में सफल नहीं रही।