Bhilwara news – ( मूलचन्द पेसवानी ) – प्रसिद्ध उपन्यासकार चेतन भगत (Chetan Bhagat)ने कहा कि सीएए (CAA)और एनआरसी (NRC) को लेकर देश के लोगों में डर बैठ गया है। यह डर नोटबंदी के बाद लोगों में डर है कि कहीं प्रधानमंत्री उनसे 70 साल पुराने कागजात ना मांगे ले। जिसके कारण ही इसका विरोध हुआ है। आज जरूरत है हमें देश को आगे बढाने की ना कि हिन्दु-मुस्लिम के झगडों में उलझने की।
चेतन भगत रविवार को भीलवाड़ा में माहेश्वरी प्रोफेशनल फोरम, जिला माहेश्वरी सभा, श्री नगर माहेश्वरी सभा भीलवाड़ा के तत्वावधान में आयोजित स्पंदन 2020 कार्यक्रम में युवाओं को मोटीवेशन देने आये थे। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए चेतन भगत ने कहा कि सीएए और एनआरसी को अपनाने के लिए देश अभी तैयार नहीं लगता है। हम अगर देश की प्रगति व यहां के युवाओं की नहीं सोचेगें, यही हिन्दू मुस्लिम करते रहेगें। अभी मंदी है। देश में इस प्रकार से आग नहीं लगानी चाहिए। तोडफोड़ नहीं होनी चाहिए। टेबल पर बैठकर भी एक दूसरे को समझा जा सकता है।
भगत ने कहा कि आज का युवा आतंकवाद और पत्थरबाज की ओर ज्यादा अग्रसर हो रहे है। इसका मुख्य कारण उनमें संस्कार की कमी और बढते मोबाईल उपयोग है। आज जरूरत है कि उन्हे सही राह दिखाकर मोबाईल का कम से कम उपयोग करने की सलाह दी जाये। भगत ने कहा कि युवाओं को आज मोटीवेशन की काफी जरूरत है।
आज मोटीवेशन भी दो तरह की हो गयी है। एक से युवा सुसाइड बोम्बर बनकर आतंकवाद अपना रहा है तो एक देश के विकास में योगदान दे रहा है। आज के माता-पिता को चाहिए की वे अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे। एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि हिन्दी साहित्य ने आज अपने ही पांव पर कुल्हाडी मारी है। आज हमारे हिन्दी साहित्य लेखकों और पढने वाले युवाओं में भी काफी कमी आयी है। यदि आज हमने हिन्दी साहित्य पर ध्यान नहीं दिया तो वो मिट जायेगा।