जयपुर
राज्य विधानसभा में उस समय हंगामा हो गया जब बजट पर चर्चा के दौरान बसपा के राजेन्द्र गुढा ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर आरोपों की झडी लगा दी। गुढा ने कहा कि यह राजस्थान का दुर्भाग्य रहा है कि यहां वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बनी।
अपने क्षेत्र उदयपुरवाटी की समस्याएं उठाते हुए भाजपा सरकार में उनका निस्तारण नहीं करने के आरोप लगाए। इस दौरान गुढा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी आरोप लगाया और कहा कि भाजपा शासन के दौरान युवाओं पर देशद्रोह के मुुकदमे लगा दिए गए। पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन करना देशद्रोह है क्या। उनके आरोपों से भाजपा सदस्य आक्रोशित हो गए और खडे होकर बोलने लगे। विरोध बढते देख सभापति राजेन्द्र पारीक ने आरोपों को कार्यवाही से हटा दिया लेकिन इसके बाद भी हंगामा शांत नहीं हुआ।
हंगामा बढता देख विधानसभा अध्यक्ष आसन पर आए और उन्होंने सभी को अपनी सीट पर जाने के निर्देश दिए। इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदन की अपनी मर्यादा होती है। यहां हल्के और बाजारू शब्दों का कोई स्थान नहीं है। आसन इसके लिए कठोर निर्देश दे। बाद में गुढा ने अपनी बात के लिए क्षमा मांग ली और कहा कि वे एक बालिका की दुष्कर्म मामले में प्रदर्शन कर रहे थे तो पुलिस ने उनको 40 दिनों तक जेल भेज दिया। गुढा ने जेल के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि वहां सभी कैदियों के पास मोबाइल है। कुछ गरीब कैदी है जिनके पास मोबाइल नहीं है, इसलिए उनके लिए लैण्डलाइन फोन की व्यवस्था की जाए।