जयपुर। एससी एसटी एक्ट को लेकर सवर्णों के विरोध के बाद अब आरक्षित वर्ग का विरोध भी सामने आने लगा है। हाल ही में हुए भारत बंद और मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा पर पथराव के बाद अब युवाओं के गुस्से का शिकार बने हैं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और आदर्श नगर विधायक अशोक परनामी।
गुरुवार को एक कार्यक्रम से बाहर निकलने के बाद अशोक परनामी को कुछ युवकों ने काले झंडे दिखाए साथ ही मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। परनामी की विधानसभा क्षेत्र में हुए इस विरोध प्रदर्शन के बाद अब राजनीतिक हलकों में यह चर्चा आम है कि जब प्रदेश अध्यक्ष के क्षेत्र में यह हाल है तो प्रदेश में भाजपा की हालत कैसी होगी।
वाकया अनुसार गुरुवार को मंडी खटीकान क्षेत्र में एक लोकार्पण व उद्घाटन कार्यक्रम में आए अशोक परनामी कार्यक्रम के बाद जैसे ही जाने लगे तो कुछ युवक उनके सामने आ गए और अपने काले कपड़े उतार कर उनके सामने लहराने लगे। एकाएक काले झंडे लहराते देख सकपकाए परनामी कुछ समझ पाते इससे पहले ही लोगों ने अशोक परनामी मुर्दाबाद भाजपा मुर्दाबाद और जय भीम के नारे लगाने शुरू कर दिए।
एकाएक बिगड़े माहौल को देखते हुए मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई वह लोग नारेबाजी कर रहे युवाओं को चुप कराने में जुट गई, लेकिन युवक चुप नहीं हुए और जमकर नारेबाजी की करीब 15 मिनट के हंगामा के बाद मौके पर पुलिस पहुंची तथा उन्होंने तीन युवकों को वहां से अपनी गाड़ी में बिठाकर दूर ले जाकर छोड़ दिया।युवकों का कहना था की जब सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी एक्ट में गाइडलाइन जारी की थी, तो विधायक होने के नाते परनामी ने एक शब्द भी नहीं बोला ।
इसके अलावा वह क्षेत्र में भी सक्रिय नहीं रहे और अब चुनाव नजदीक देख यहां विकास कार्य करवा रहे हैं ।इस बार जनता उनके झांसे में नहीं आएगी और भाजपा को वोट नहीं देगी।गुरुवार को हुए इस घटनाक्रम के बाद भाजपा नेता मान रहे हैं कि यह कांग्रेस का प्रायोजित कार्यक्रम था तथा हंगामा करने वाले भी कांग्रेस के ही कार्यकर्ता थे।