जयपुर।
निहालचंद मेघवाल
संसदीय क्षेत्र श्रीगंगानगर-हनुमानगढ
दो बार सांसद और केन्द्र में राज्यमंत्री रह चुके हैं। अपने ऊपर लगे एक मुकदमे को लेकर काफी चर्चित भी रहे हैं।
अर्जुनराम मेघवाल
संसदीय क्षेत्र बीकानेर
पूर्व आईएएस अधिकारी रहे मेेघवाल बीकानेर से दो बार सांसद रह चुके हैं। वर्तमान में ये केन्द्र में मंत्री भी है।
गजेन्द्र सिंह शेखावत
संसदीय क्षेत्र जोधपुर
आरएसएस पृष्ठïभूमि के शेखावत वर्तमान में केन्द्र में मंत्री है, पीएम मोदी की निकटता के चलते उन्हें विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेशाध्यक्ष बनाना चाहता था लेकिन पार्टी में आंतरिक विरोध के चलते इसकी घोषणा रोकनी पडी थी।
सुमेधानंद सरस्वती
संसदीय क्षेत्र सीकर
सुमेधानंद सरस्वती ने गत लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रताप सिंह जाट को हराया था।
राज्यवर्धन सिंह राठौड
संसदीय क्षेत्र जयपुर ग्रामीण
ओलम्पियन राज्यवर्धन सिंह भी फिलहाल केन्द्र में मंत्री है और पीएम मोदी के नजदीक माने जाते हैं। पिछली बार राठौड ने इसी सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी को हराया था।
रामचरण बोहरा
संसदीय क्षेत्र जयपुर शहर
बोहरा पिछली बार कांग्रेस के महेश जोशी को पांच लाख से अधिक वोटों से हराकर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे।
सुभाष बहेडिय़ा
संसदीय क्षेत्र भीलवाडा
बहेडिया भीलवाडा के जाने माने उद्योगपति परिवार से हैं और पहली बार जीतकर सांसद बने हैं। इस बार पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है।
भागीरथ चौधरी
संसदीय क्षेत्र अजमेर
किशनगढ के पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी इस बार पहली बार लोकसभा के रण में उतरे हैं। पूर्व सांसद सांवरलाल जाट के निधन के बाद हुए उपचुनावों में चौधरी को प्रत्याशी बनाने की तैयारी थी लेकिन चौधरी ने चुनाव लडने से मना कर दिया था। विधानसभा चुनावों में पार्टी ने इनका टिकट काट दिया था।
पीपी चौधरी
संसदीय क्षेत्र पाली
पीपी चौधरी भी पहली बार जीतकर लोकसभा पहुंचे और फिलहाल केन्द्र में मंत्री है। अपने कार्यकाल से ज्यादा हाल ही में उनकी दावेदारी के विरोध को लेकर मचे घमासान को लेकर चर्चा में रहे हैं।
सीपी जोशी
संसदीय क्षेत्र चित्तौडगढ
जोशी भी पहले बार के सांसद हैं, संसद में उनकी अच्छे वक्ताओं में गिनती होती है और हाल ही में उन्हें सर्वश्रेष्ठï सांसद के खिताब से भी नवाजा गया है।
ओम बिरला
संसदीय क्षेत्र कोटा
बिरला भी पहली बार संसद पहुंचे हैं। वे कोटा दक्षिण से विधायक रह चुके हैं। वे एक बार संसदीय सचिव भी रह चुके हैं।
देवजी पटेल
संसदीय क्षेत्र सिरोही
पटेल लगातार दूसरी बार जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह का करीबी माना जाता है।
दुष्यंत सिंह
संसदीय क्षेत्र बारां झालावाड
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह भी लगातार दो बार सांसद रह चुके हैं।
सुखबीर सिंह जौनापुरिया
संसदीय क्षेत्र टोंक सवाई माधोपुर
जौनापुरिया भी पहली बार जीतकर सांसद बने हैं। इस बार पार्टी ने उन्हें फिर टिकट दिया है। वे 2013 में टोंक से जीते हुए है ।
नरेंद्र खींचड़
संसदीय क्षेत्र झुंझुनूं
नरेन्द्र खींचड को पार्टी ने पहली बार लोकसभा के रण में उतारा है। खींचड वर्तमान में मंडावा से दूसरी बार विधायक है। पिछली बार ये निर्दलीय चुनाव लडकर विधानसभा पहुंचे थे।
अर्जुनलाल मीना
संसदीय क्षेत्र उदयपुर
मीना भी पिछला लोकसभा चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। उनकी उदयपुर के आदिवासी समुदाय में गहरी पकड मानी जाती है।