अजमेर
संभाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ और मंत्रालयिक कर्मचारियों के बीच चल रही खींचतान मंगलवार को हंगामे और कार्य बहिष्कार जैसे कदम तक आ पहुंची। मंत्रालयिक कर्मचारियों ने राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरसिंह मीणा पर नशे में धुत होकर धमकाने का आरोप लगाते हुए कार्य बहिष्कार कर दिया। वहीं दूसरी ओर मीणा ने कर्मचारियों के आरोप को निराधार बताते हुए बाबुओं के कच्चे चिट्ठे खोलने की चेतावनी दी है।
नर्सिंग कर्मचारी के पिछले 8 माह से लम्बित प्रकरण को सुलझाने के लिए अस्पताल के प्रशासनिक भवन में आए मीणा और संबंधित कर्मचारी के बीच प्रक्रिया को लेकर बहस हो गई। मामला उस वक्त बिगड़ गया जब संबंधित कर्मचारी ने मीणा पर जूते मारने की धमकी का आरोप लगाते हुए अपने अन्य साथियों को भी मौके पर बुला लिया। इसी दौरान प्रशासनिक भवन में हंगामा हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर अस्पताल की पुलिस चौकी से पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए।
मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने मीणा को वहीं बैठा लिया और आक्रोशित कर्मचारियों से पूरे मामले की जानकारी ली। कर्मचारियों ने मीणा के मेडिकल परीक्षण की मांग करते हुए अचानक कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया। प्रशासनिक भवन में कार्यरत मंत्रालयिक स्टाफ के कर्मचारी एकजुट हो गए और मीणा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी।
हंगामे का मुख्य कारण महिला नर्सिंग कर्मचारी की पत्रावली को लेकर हुआ। मीणा ने बताया कि पिछले 8 माह से नर्सिंगकर्मी को विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही के चलते वेतन से महरूम होना पड़ रहा है। मंगलवार को इसी सिलसिले में वह संबंधित कर्मचारी के पास पहुंचे तो उसने मीणा से अभद्रता करते हुए टालने की कोशिश की जिस पर बात बिगड़ गई।
तो वहीं दूसरी ओर संबंधित कर्मचारी ने खुला आरोप लगाया कि कार्य का भारी भार होने के बावजूद मीणा नर्सिंगकर्मी की फाइल कम्पलीट करने की जिद करने लगे और जब उन्हें मना किया तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया।