जयपुर
नगर निगम में महापौर चुनाव के बाद पार्षदों को लेकर भाजपा में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को दो पार्षदों नगर निगम की समितियों में चैयरमेन का पद संभाल लिया। इस पर कार्रवाई करते हुए पार्टी ने पार्षद संजय जांगिड और राजेश बिवाल को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। इन दोनों को निकालने के बाद अब नगर निगम में भाजपा पार्षदों की संख्या 55 ही रह गई है। इधर, पार्टी विधायक अशोक लाहोटी पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी। पार्टी नेताओं का कहना है कि नाराज पार्षदों ने लिखित में कोई शिकायत नहीं की है और जो भी कहा है वह अनआफिशियल रूप से कहा है। ऐसे में उस पर कार्रवाई संभव नहीं है।
शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता ने बताया कि समझाइश के बाद पार्षद तेजेश शर्मा राजेश गुप्ता ने संचालन समिति के चैयरमेन का पद ग्रहण करने से इनकार कर दिया है वहीं नारायण नैनावत ने चैयरमेन पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में अब सिर्फ एक पार्षद कौशल किशोर शर्मा ही बाकी बचे हैं। महापौर विष्णु लाटा ने भाजपा के 9 पार्षदों को समितियों में चैयरमेन बनाया था। इसमें से पांच को पार्टी से निकाला जा चुका है और तीन पार्षद समझाइश के बाद मान गए हैं।