जोधपुर
उपनगरीय रेलवे स्टेशन भगत की कोठी स्टेशन पर रविवार सुबह पहुंची थार एक्सप्रेस में 602 यात्री भारत आए. इसमें 458 पाकिस्तानी और 144 भारतीय थे. इस गाडी की क्षमता 497 यात्रियों की है, ज्यादा यात्रियों के आने की बड़ी वजह दो दिन समझौता एक्सप्रेस का रदृद होना माना जा रहा है।
पाकिस्तान से आए यात्रियों का कहना था कि माहौल ऐसा बना दिया गया है. वहां रास्ता बंद होने की मीडिया में खबरें आ रही थी. जिसके चलते वीजा अवधि समाप्त होन से पहले आना पड़ा लोगों की माने तो असमजंस की स्थिति होने से भारत के नागरिकों ने जल्द से जल्द पाकिस्तान छोडा़. उनका कहना है कि दोनों तरफ अमन शांति बनी रहे इसमें ही सबका भला है. इनमें आने वालों में हिंदू यात्रियों की भी संख्या ज्यादा थी.
इक्का दुक्का यात्रियों के अलावा सभी ने मौजूदा घटनाओं पर कुछ बोलने से परहेज किया. भारतसे अपने रिश्तेदार के यहां पाकिस्तान गए अब्दुल गफ्तार ने बताया कि वो इन दिनों केा खुद वहां बहुत डरा हुआ महसूस कर रहा था. ऐसा लग रहा था कि न जाने क्या हो जाएगा. रास्ते बंद होने की नौबत आ गई थी. बमबारी के समाचार ने से लोग परेशान है. अब्दुल गफ्फार का कहना था कि हम बहुत परेशान थे, कुछ पता नहीं चल रहा था, गाडियां बंद होने की अफवाह थी.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में बीते दिनों में इतना परेशान हुआ कि मेरा वजन 80 से 72 किलो रह गया. अहमदाबाद की देविका और उनके पति राजेश माहेश्वरी ने बताया कि हमें वहां बताया गया कि रास्ता बंद है इसलिए जल्दी आए हैं सब मीडिया की देन हैं. बांकी कोई बात नहीं थी. गौरतलब है कि शुक्रवार रात को ही भगत की कोठी से पाकिस्तान के खोखरापार जाने वाले थार एक्सप्रेस रवाना हुई थी. जिसमें क्षमता से करीब आधे यात्री ही गए थे. अब थार एक्सप्रेस 8 मार्च की रात को भारत से जाएगी.