जयपुर।
साहब ईश्वर ने सही किया, हम हर रोज सहीराम के आतंक से परेशान थे। अत्याचार की पराकाष्ठा इस कदर थी कि कभी भी इसका मन करता था तो हमें डंडों से पीटना शुरू कर देता था। करोड़ों रुपए कमाने के बाद भी इसका मन नहीं भरता था। कर्मचारियों को प्रताड़ित करने में इसे खुशी मिलती थी। यह जुबानी है सहीराम के साथ काम करने वाले कुछ चंद लोगों की। जब एसीबी ने सहीराम के यहां छापा मारा तो कर्मचारियों ने खुश होकर कहा कि साहब आपने सही किया, लेकिन यहां कुछ नहीं मिलेगा।
इसके लिए आपको सहीराम के घर जयुपर जाना होगा। वहां रुपयों का भंडार है। इस तरह सहीराम के पास एसीबी को अकूत सम्पत्ति होने की जानकारी मिली।
उसके बाद जयपुर स्थित मकान, पेट्रोल पंप, मैरिज गार्डन समेत अन्य जगहों पर दबिश देकर जानकारी जुटाई गई। सोमवार को सहीराम के एक लॉकर ने सिर्फ सोना ही उगला।
पकड़े गए कमलेश का पिता नंदलाल पहले कोटा के कुछ हिस्सों के अफीम किसानों का मुखिया था, लेकिन नीचे के अफसरों ने उसे बदलकर किसी अन्य को अफीम किसानों का मुखिया बना दिया। इसके लिए कमलेश ने प्रयास शुरू किए तो सहीराम ने नीचे के अफसरों को हड़काकर कहा कि नंदलाल को मुखिया बनाओ, वरना किसी की खैर नहीं।
एसीबी को शिकायत मिली कि कोटा मेंं अफीम किसानों के साथ धोखा कर करोड़ों रुपए की घूस ली जा रही है। इस पर टीम ने पूर्व में मुखिया रहे नंदलाल के बेटे कमलेश के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया।