टोंक। भाजपा शासित नगर परिषद टोंक बोर्ड की बैठक सोमवार को सभापति लक्ष्मी देवी जैन की अध्यक्षत में सम्मपन् न हुई। जिसमें विकास कार्यो में भाजपा बोर्ड द्वारा पक्षपात किये जाने का आरोप जडा तो सभापति ने साफ शब्दो में कहा कि यह गलत हैं चार साल में टोंक में विकास को गति मिली हैं। बोर्ड की बैठक में विकास कार्यो एवं सीवरेज व सडक़ो को लेकर कांग्रेसी पार्षदो ने हंगामा किया जिसके बीच भाजपा बोर्ड ने 48करोड 59 लाख 13 हजार रूपये वर्ष 2019-20 का बजट सर्वसम्मति से पाारित किया गया। जिस दौरान सभापति एवं कांग्रेसी पार्षदो के बीच हुई तनातनी के समय आयुक्त पूजा मीणा पूरी तरह से चुप्पी साधी रही जिस कारण विपक्ष से सभापति लक्ष्मी देवी जैन अकेली की जूझती रही ।
नगर परिषद टोंक की वर्ष 2019-20 की बजट बैठक सोमवार को भाजपा शासित बोर्ड की अध्यक्ष लक्ष्मी देवी जैन की अध्यक्षता में जैसे ही शुरू हुई वैसे ही प्रतिपक्ष दल की नेता गायत्री चौरासिया अपनी कुर्सी से खडी हो गई जिन्होंने सर्वप्रथम टोंक की जनता का धन्यवाद ज्ञापित किया कि टोंक विधानसभा क्षैत्र से पीसीसी चीफ सचिन पायलट को रिकार्ड तोड मतो से जिताया वहीं मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत का आभार जताया कि पायलट को डिप्टी सीएम सहित कई महत्तवपूर्ण विभाग सौंपे। जिस दौरान श्रीमती चौरासिया ने भाजपा बोर्ड को आडें हाथों लेते हुए कहा कि चार साल में भाजपा बोर्ड ने विकास कार्यो में पक्षपात किया हैं किसी वार्उ में ज्यादा तो किसी में काम ही नही कराया जिससे कई वार्ड आज भी विकास की दृष्टि से पिछडे हुए हैं। प्रतिपक्ष दल की नेता ने साफ शब्दो में कहा कि चार साल में भाजपा की सरकार होते हुए भी विकास के काम नही हो पाये।
नगर परिषद टोंक की बैठक में पानी ,बिजली की समस्या भी उठाई गई वहीं टोंक नगरपरिषद क्षैत्र में आरयूआईडीपी द्वारा डाली जा रही सीवरेज एवं पेयजल पाइप लाइन का काम पांच साल में भी पूरा नही होने से नाराजगी जताई गई । कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि चार साल में टोंक में डह्वाली जा रह्वही सीवरेज व पेयजल लाइनों के लिए सडके खोद दी जाती हैं लेकिन कई महिनो से अभी तक सडके ठीक नही की गई जिससे सडक हादसे हो रहे हैं। बैठक में भाजपा पार्षद रोहित जैन,भागचन्द जैन,लियाकत अली एवं निर्दलीय नवेद खॅान सहित पक्ष एवं विपक्षी पार्षदो ने कहा कि टोंक में टाईगर से नही बल्कि सूअरों से अब बच्चे ही नही आम व्यक्ति भी डरने लगा हैं जिन्होंने आवारा सूअरों को पकडने की मांग की हैं। बैठक में एक अनजान व्यक्ति के बैठने एवं बाद में पार्षदो के बीच माइक लेकर बोलने से हंगामा हो गया जिसको लेकर करीबन आधा घण्टे तक जबरदस्त हंगामा होता रहा ,बाद में आपसी समझाईश से मामला शांत हो पाया।
नगर परिषद टोंक की बैठक में आवारा पशुओं को पकड करके टोंक से अन्यत्र छुडवाये जाने,उपखण्ड अधिकारी टोंक द्वारा बीपीएल सूची वर्ष 2003 में नाम जोडने की स्वीकृति सहित कई प्रस्ताव स्र्वसम्मति से पारित किये गए।